रांची. झामुमो ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि पांच चरण के चुनाव के बाद देश भर में एक करोड़ सात लाख वोट बढ़ गये. मतलब देश में जहां-जहां चुनाव है, हर लोकसभा क्षेत्र में औसतन 28 हजार वोट जोड़ दिये गये. आयोग बताये कि वोटिंग के बाद ये वोट कैसे बढ़े. झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने झामुमो कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि एक डरा हुआ, सहमा हुआ चुनाव आयोग का छठे चरण में क्या रुख होगा. जब देश की जनता अपना वोट डालेंगे. श्री भट्टाचार्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के पक्ष में चुनाव आयोग जबरन मतदान करा रहा है. उन्होंने कहा कि फॉर्म-17सी जब है और उसका आंकड़ा भी है, तो सात-सात दिन और कहीं-कहीं तो 11 दिन बाद वोटिंग प्रतिशत जारी किया गया है. ऐसे में छह प्रतिशत मतों को इधर-उधर किया गया है. उन्होंने कहा कि अचानक से पांच चरण के चुनाव के बाद यह आंकड़ा सामने आया है. क्या हमारा इलेक्शन कमीशन निष्पक्ष है? श्री भट्टाचार्य ने कहा कि संताल परगना में एक जून को चुनाव है, पर गोड्डा के प्रत्याशी ट्वीट करते हैं कि मंत्री हफीजुल हसन और बादल पत्रलेख को इडी ने समन जारी किया. 25 को बुला लिया. क्या चुनाव आयोग अंधा है. क्या इडी अंधा है. क्या इडी को खंडन नहीं करना चाहिए कि मैंने समन जारी नही किया. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह प्रत्यक्ष रूप से जरमुंडी और मधुपुर के मतदाताओं को बरगलाने के लिए किया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के गंदे खेल में चुनाव आयोग फंस गया है. चुनाव के बाद संविधान और लोकतंत्र तो बचेगा, मगर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर, उसकी क्षमता पर सवाल उठेगा. मैं निर्वाचन आयोग और सुप्रीम कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने की मांग करता हूं. उन्होंने कहा कि भाजपा पांच चरणों में पूरी तरह परास्त हो गयी है. झारखंड में हम आधी सीट जीत चुके हैं और आनेवाले दो चरणों में भी 2024 में हम 14 सीट जीतेंगे.
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