झारखंड में पिछले पांच साल में 1574 लोग मानव तस्करी के शिकार हो चुके हैं. वर्ष 2017 से लेकर 2022 के अंत तक मानव तस्करी के कुल 656 केस दर्ज किये गये. इनमें मानव तस्करी के शिकार की संख्या 1574 थी. 18 वर्ष से कम उम्र के मानव तस्करी के शिकार युवकों की संख्या 332 और 18 वर्ष या उससे अधिक की संख्या 216 थी. जबकि 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों की संख्या 717 और 18 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियों की संख्या 309 थी.
पुलिस ने उक्त केस में मानव तस्करी के शिकार कुल 1473 लोगों को बरामद किया. इसमें 472 युवक और 1001 युवतियां और महिलाएं शामिल थीं. इन मामलों में झारखंड पुलिस ने कुल 783 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया. इसमें 197 महिलाएं और 586 पुरुष हैं. पिछले साल राज्य में सबसे अधिक मानव तस्करी के केस गुमला, सिमडेगा, खूंटी, साहिबगंज और रांची में दर्ज किये गये हैं. इन पांच वर्षों में सबसे अधिक 212 लोग सिमडेगा से मानव तस्करी के शिकार हुए.
उल्लेखनीय है कि सिमडेगा से मानव तस्करी की शिकार 16 वर्षीय किशोरी की मौत दो जून को दिल्ली में हो गयी. वह राजौरी गार्डेन में एक परिवार के यहां घरेलू नौकरानी के रूप में काम करती थी. हालांकि उसकी हत्या हुई या या उसने आत्महत्या की है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. इसके लिए दिल्ली पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है. मृतका कुरडेग प्रखंड की हेठमा पंचायत के भिजरीबारी गांव की रहनेवाली थी. उसे सेमरबेड़ा निवासी अजय लकड़ा बहला-फुसला कर दिल्ली ले गये थे और बेच दिया था.
रांची 47 116 103 50
लोहरदगा 22 52 47 16
गुमला 116 188 170 105
सिमडेगा 85 212 228 126
खूंटी 62 121 114 64
चाईबासा 31 162 149 38
सरायकेला 01 02 02 00
जमशेदपुर 12 24 24 23
पलामू 12 33 32 18
जिला केस तस्करी बरामद गिरफ्तारी
गढ़वा 16 48 47 32
लातेहार 29 92 90 54
हजारीबाग 09 24 23 10
कोडरमा 02 02 01 07
गिरिडीह 24 54 50 32
चतरा 11 26 25 23
रामगढ़ 06 06 06 18
बोकारो 03 04 01 04
धनबाद 13 14 11 08
जिला केस तस्करी बरामद गिरफ्तारी
दुमका 17 24 16 26
गोड्डा 32 35 30 28
साहिबगंज 59 149 119 35
पाकुड़ 25 41 41 37
देवघर 04 04 04 05
जामताड़ा 05 05 04 04
रेल धनबाद 04 16 16 05
रेल जमशेदपुर 09 120 120 15
कुल 656 1574 1473 783