रांची : प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मानव तस्कर के पारिवारिक सदस्यों सहित 10 लोगों के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग के आरोप में न्यायालय में आरोप पत्र दायर किया है. पन्नालाल की पत्नी सुनीता कुमारी, भाई शिवशंकर गंझू, सहयोगी गोपाल उरांव के अलावा छह प्लेसमेंट एजेंसियों को आरोपी बनाया गया है. सभी पर पांच हजार लोगों की तस्करी कर करीब पांच करोड़ रुपये कमाने का आरोप है.
इडी ने इन सभी पर मानव तस्करी के सहारे मनी लाउंड्रिंग व संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है. आरोप पत्र में कहा गया है कि पन्ना लाल व उसके सहयोगियों ने गरीब लड़कियों को काम व पैसा दिलाने का लालच दिया और दिल्ली ले गये. इसके बाद प्लेसमेंट एजेंसी के सहारे उन्हें दिल्ली के अलावा दूसरे राज्यों में काम पर लगा दिया.
पन्ना लाल ने दिल्ली में छह प्लेसमेंट एजेंसिया बना रखी थीं. इसमें चार प्लेसमेंट एजेंसियों को सोसाइटी एक्ट के तहत निबंधित कराया था. दो प्लेसमेंट एजेंसियों का गठन कंपनी एक्ट के तहत किया था. जांच में पाया गया कि बिरसा भगवान प्लेसमेंट एजेंसी व बिरसा सिक्यूरिटी एंड प्लेसमेंट का मालिकाना हक पन्नालाल के भाई शिवशंकर गंझू के पास है. लक्ष्मी प्लेसमेंट सर्विस का मालिकाना हक उसके सहयोगी गोपाल उरांव के पास है.
बिरसा भगवान ट्राइबल वेलफेयर सोसाइटी का अध्यक्ष खुद पन्ना लाल है. सेक्योर लक कंसल्टेंसी पलि में पन्ना लाल निदेशक है. पहल सिक्यूरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी में पन्ना लाल व उसकी पत्नी सुनीता कुमारी निदेशक है. पन्ना लाल व उसे सहयोगियों के नाम पर चल रही प्लेसमेंट एजेंसियों में से किसी के पास ‘दिल्ली प्राइवेट प्लेसमेंट एजेंसीज रेगुलेशन ऑर्डर 2014’ का रजिस्ट्रेशन नहीं है.
पन्ना लाल ने जिन लोगों को घरेलू व दूसरे काम पर लगाया उनमें से किसी का ‘इंटर स्टेट माइग्रेंट वर्कर्स (रेगुलेशन ऑफ इंप्लायमेंट) एक्ट 1979 के तहत निबंधित नहीं कराया. इडी ने मनी लाउंड्रिंग के आरोपों की जांच के दौरान अब तक 3.36करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है. जब्त संपत्तियों में कुल 9.88 एकड़ जमीन, बैंकों में जमा 17.71 लाख रुपये और टोयोटा फारचूनर कार शामिल हैं. जब्त की गयी जमीन में रांची के अरगोड़ा में खरीदी गयी चार कीमती भूखंड भी शामिल है.
Posted By : Sameer Oraon