कमलेश के कारनामे : पैसे लेकर जमीन नहीं दी, फर्जी चेक देकर की ठगी

कांके अंचल में जमीन देने के नाम पर पहले लोगों को ठगा. जमीन नहीं मिलने पर लोगों ने जब पैसे मांगे, तो कमलेश ने चेक दे दिया

By Prabhat Khabar News Desk | November 26, 2024 12:54 AM

शकील अख्तर, रांची जमीन के धंधेबाज कमलेश कुमार सिंह व उसके सहयोगी अमरेंद्र दुबे ने कांके अंचल में जमीन देने के नाम पर पहले लोगों को ठगा. जमीन नहीं मिलने पर लोगों ने जब पैसे मांगे, तो कमलेश ने चेक दे दिया. भुक्तभोगियों ने जब बैंक में चेक डाला तो वह बाउंस कर गया. इडी ने जांच में पाया कि कमलेश व उसको सहयोगियों ने मिंटी राउत, दीपक सिंह, पंकज मंडल सहित कुछ अन्य लोगों को जमीन देने का करार किया था. इसके एवज में उसने पैसे लिये लेकिन किसी को जमीन नहीं दी. इडी ने जांच में पाया कि नगड़ी मौजा के खाता नंबर 101, प्लॉट नंबर 2260 की जमीन का मालिकाना हक कमलेश के पास नहीं था. इसके बावजूद उसने इसमें से पांच डिसमिल जमीन बेचने के लिए मिंटी राउत से एकरारनामा किया और बतौर अग्रिम 24 लाख रुपये लिये और जमीन की रजिस्ट्री नहीं की. इसी तरह लॉ यूनिवर्सिटी के पास मौजा नगड़ी में 20 एकड़ जमीन पर कमलेश मानसरोवर सिटी के नाम पर एक क्षेत्र डेवलप कर रहा था. कमलेश ने मानसरोवर सिटी के विकास का काम अपने सहयोगी अमरेंद्र की कंपनी बालाजी डेवलपर को दिया था. जांच में पाया गया कि अमरेंद्र ने मिंटी के पति दीपक सिंह से संपर्क किया और पहले किये गये एकरानामा के बदले मानसरोवर सिटी में पांच डिसमिल जमीन देने की पेशकश की. अमरेंद्र ने जिस जमीन को बेचने की बात की उस जमीन को नुरूल हसन ने अनिल जायसवाल की बेटी शिवांगी को बेच दी थी. दीपक सिंह को धोखे में रख कर बिकी हुई जमीन को बेचने का इकरारनामा किया गया. इसके बाद पहले बेची जा चुकी यह जमीन की रजिस्ट्री भी मिंटी राउत के साथ कर दी गयी. इस जमीन को बेचने के लिए कमलेश ने नुरूल अंसारी से पावर ऑफ अटॉर्नी लिया था. ठगी की जानकारी मिलने के बाद इस मामले में कमलेश के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी था. इसके बाद पैसा वापस करने के लिए कमलेश ने अपने सहयोगी अमरेंद्र के माध्यम से एक्सिस बैंक के खाता नंबर 915020037929920 से चार चेक( 108948,108917, 108949,108947) दिया. लेकिन सभी चेक बाउंस हो गये. जांच में पाया गया कि नगड़ी मौजा में सात डिसमिल जमीन देने के नाम पर पंकज कुमार मंडल से साथ भी धोखाधड़ी की गयी. पंकज मंडल ने चेक के सहारे अमरेंद्र को 10 लाख रुपये का भुगतान किया. लेकिन जमीन की रजिस्ट्री नहीं की गयी. पंकज मंडल द्वारा पैसा वापसी का दबाव दिये जाने के बाद अमरेंद्र ने एक्सिस बैंक के खाता नंबर 915020037929920 से दो चेक (088163,088162) दिये. लेकिन दोनो चेक बाउंस हो गये. कमलेश व उसके सहयोगी ने रिवर व्यू प्रोजेक्ट में जमीन देने के नाम पर डॉक्टर भरत सिंह के साथ भी धोखाधड़ी की. इकरारनामा करते वक्त डॉक्टर भरत ने 10 लाख रुपये दिये. जमीन की रजिस्ट्री नहीं होने पर डॉक्टर भरत ने रुपये की वापसी के लिए दबाव डाला. डॉक्टर भरत को भी एक्सिस बैंक के खाता नंबर 915020037929920 से दो चेक (88159,88160) दिये गये. दोनों चेक बाउंस हो गये.

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