IAS Pooja Singhal: मनरेगा घोटाले को लेकर केंद्र सरकार गंभीर, केंद्रीय सचिव ने अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
खूंटी और चतरा में डीसी रहते पूजा सिंघल पर मनरेगा घाेटाले के लगे आरोपों को लेकर केंद्र सरकार गंभीर है. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव एनएन सिन्हा ने झारखंड के अधिकारियों से बात इस मामले से जुड़ी पूरी रिपोर्ट मांगी है.
Jharkhand News: झारखंड में हुए मनरेगा घोटाले मामले में केंद्र सरकार गंभीर है. करोड़ों के घोटाले और राशि के दुरुपयोग को लेकर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव एनएन सिन्हा ने झारखंड के अधिकारियों से बात की है. उन्होंने पूजा सिंघल से जुड़े सारे मामलों के बारे में पूरी जानकारी मांगी है.
रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार करेगी कार्रवाई
इसको लेकर अब चतरा और खूंटी में मनरेगा में हुई अनियमितता को लेकर पूरी रिपोर्ट केंद्र सरकार भेजी जाएगी. कुछ रिपोर्ट केंद्र सरकार को उपलब्ध भी करा दी गयी है. इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार कार्रवाई करेगी. IAS पूजा सिंघल के मामले में ईडी की छापामारी और मनरेगा घोटाले का मामला केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के पास पहुंचा, तो केंद्रीय सचिव एनएन सिन्हा ने झारखंड के अधिकारियों से बात की. उन्होंने इसके अलावा हुई अन्य गड़बड़ियों की भी जानकारी मांगी है.
मनरेगा एक्ट के तहत कार्रवाई का प्रावधान
झारखंड के अधिकारियों से कहा गया है कि मनरेगा में जहां भी अनियमितता हुई है, तो उसकी रिपोर्ट भेजी जाये. इस पर केंद्र सरकार भी अपने स्तर से कार्रवाई करेगी. चूंकि मनरेगा केंद्र सरकार की योजना है और मनरेगा को लेकर एक्ट तय है. किसी तरह की गड़बड़ी होने पर संबंधित एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है.
जल्द पहुंचेगी केंद्रीय टीम
ऐसे में केंद्र सरकार की राशि का दुरुपयोग ना हो, इस पर केंद्र भी नजर रखती है. लगातार केंद्रीय टीम भी केंद्रीय योजनाओं की स्थिति देखने राज्याें में जाती है. इसके तहत झारखंड में भी लगातार अफसर आते रहे हैं. अब जब खूंटी और चतरा का मामला सामने आया है, तो ऐसे में केंद्र की टीम भी मामला देखने यहां आएगी.
खूंटी और चतरा डीसी रहते लगा था आरोप
मालूम हो कि खूंटी जिला में डीसी के पर पदस्थापन के बाद पूजा सिंघल पर मनरेगा स्कीम में 16 करोड़ रुपये की गड़बड़ी करने का मामला सामने आया था. इस मामले में उन पर इंजीनियरों से सांठगांठ करने का आरोप भी लगा. इसके बाद वहां से उनका ट्रांसफर चतरा किया गया. लेकिन, चतरा में भी पदस्थापन के दौरान उन पर छह करोड़ रुपये एक एनजीओ को नियम विरुद्ध दिये जाने का आरोप लगा.
Posted By: Samir Ranjan.