रांची: अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर- 6 निवासी विशाल चौधरी के सत्ता के गलियारे में पकड़ रखने वाले एक वरीय आइएएस अधिकारी से करीबी संबंध थे. संबंध इतना करीब था कि संबंधित आइएएस अधिकारी उसके घर में घंटों बिताते थे.
उस अधिकारी के महत्वपूर्ण पद पर बैठने के बाद विशाल के साथ उनके संबंधों की चर्चा आइएएस व आइपीएस अफसरों की लॉबी में भी होने लगी. संबंधित आइएएस अधिकारी जिस विभाग के प्रमुख हैं, उस विभाग में विशाल चौधरी की पकड़ इतनी थी कि वह खुद से उनके ऑफिस भी चला जाता था और वहां से फाइल निकाल कर अपने पास ले आता था.
संबंधित आइएएस अधिकारी से हस्ताक्षर कराने के बाद फाइल वापस लौटा देता था. ठेका-पट्टा के लिए आनेवाले आम लोगों के साथ पोस्टिंग कराने या कार्रवाई से बचने के लिए आइएएस और आइपीएस अफसर विशाल के घर तक पहुंचने लगे. एक आइएएस अफसर की पोस्टिंग के लिए भी विशाल को मोटी रकम देने की चर्चा है.
विशाल चौधरी की सत्ता के गलियारे में पकड़ के कारण कई अधिकारी उससे दोस्ती करना चाहते थे. वहीं वह खुद अपना काम निकालने के लिए अधिकारियों से दोस्ती करने में माहिर था. इस कारण सोशल मीडिया में उसके संपर्क में कई प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हैं.
इडी द्वारा चार घंटे की पूछताछ के बाद छोड़े जाने पर मीडिया से बात करते हुए विशाल चौधरी ने कहा कि उसके घर से कोई नगदी बरामद नहीं हुई है. कुछ पेपर जांच के लिए इडी अधिकारी ले गये हैं. मैं जांच में पूरी तरह सहयोग करने को तैयार हूं. मुझे जब बुलाया जायेगा, हाजिर हो जाऊंगा.
Posted by: Sameer Oraon