रांची को क्यों नहीं मिली वर्ल्डकप की मेजबानी? अधिकारी और पूर्व क्रिकेटरों की राय अलग-अलग

कुछ पूर्व क्रिकेटरों का कहना है कि अमिताभ चौधरी होते तो शायद मैच मिल सकता था, वहीं, वर्तमान कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि यह आईसीसी का टूर्नामेंट है और वह मेजबान बोर्ड के साथ मिल कर मैच वेन्यू तय करती है.

By Aditya kumar | July 4, 2023 7:26 PM

World Cup 2023 Venue : भारत में अक्तूबर- नवंबर के महीने में क्रिकेट का महासंग्राम होगा. आईसीसी वनडे वर्ल्डकप के लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है. देशभर के 10 स्टेडियम में सभी वर्ल्ड कप के मुकाबले खेले जाने है. लेकिन झारखंड के क्रिकेटप्रेमियों में थोड़ी नाराजगी देखी जा रही है. कारण, जेएससीए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का नाम नहीं होना. कुछ लोगों का कहना है कि अमिताभ चौधरी होते तो शायद मैच मिल सकता था, वहीं, वर्तमान कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि यह आईसीसी का टूर्नामेंट है और वह मेजबान बोर्ड के साथ मिल कर मैच वेन्यू तय करती है.

‘वेन्यू का चुनाव आईसीसी के हाथ में’, जेएससीए अध्यक्ष ने कहा

जेएससीए के वर्तमान अध्यक्ष संजय सहाय ने कहा कि विश्व कप के मैच को आईसीसी ही प्लॉट करती है. उन्होंने कहा कि बीसीसीआई और आईसीसी दोनों मिल कर यह तय करती है कि उन्हें कौन सा वेन्यू चुनना है. साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इसके लिए बीसीसीआई स्टेट एसोसिएशन की ओर से कोई लेटर नहीं मांगता है. हालांकि, हमने प्रयास किया कि मैच मिले लेकिन ऐसा नहीं हो सका.

जेएससीए सचिव ने बताया क्या है समस्या

वहीं, इस मामले पर जेएससीए के सचिव देवाशीष चक्रवर्ती ने बताया कि विश्व कप आईसीसी का टूर्नामेंट है, इसलिए टूर्नामेंट के मुकाबले किन शहरों में होंगे, यह आईसीसी ही तय करती है. हालांकि, उन्होंने कहा कि इतने बड़े टूर्नामेंट के दौरान टीमों का मूवमेंट, फ्लाइट शेड्यूल भी देखना होता है और रांची में मेट्रो सिटी से फ्लाइट्स की सीधी कनेक्टिविटी एक बड़ी समस्या है.

‘सिस्टम के तहत काम कर रही कमेटी’, JSCA उपाध्यक्ष डॉ नरेंद्र सिन्हा

JSCA के उपाध्यक्ष डॉ नरेंद्र सिन्हा का कहना है कि जेएससीए की वर्तमान कमेटी सिस्टम के तहत काम कर रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी एसोसिएशन मैच नहीं ला सकता. आईसीसी टूर्नामेंट के पहले ही फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) तय कर लेती है और उसी के अनुसार संघों को मैच मिलता है.

अजयनाथ शाहदेव ने कहा- ‘अमिताभ सर की कमी खलती है’

वहीं, इस मामले पर अपनी बात रखते हुए JSCA के पूर्व उपाध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव ने बताया कि जेएससीए को अमिताभ सर की कमी खलती जरूर है, लेकिन जहां तक विश्व कप के मैच मिलने की बात है, यह आईसीसी और बीसीसीआई मिलकर फिक्स करते हैं. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष संजय सहाय और सचिव देवाशीष चक्रवर्ती के नेतृत्व में जेएससीए बढ़िया काम कर रहा है. विश्व कप के मैच नहीं मिले, इसका अफसोस तो है, लेकिन जेएससीए अपना काम कर रहा है और आनेवाले दिनों में यहां अंतरराष्ट्रीय मैच जरूर होंगे.

‘विश्व कप की मेजबानी नहीं मिलना दुखदायी’

पूर्व रणजी क्रिकेटर अजातशत्रु ने मैच न मिलने का अफसोस जताया है और कहा कि अमिताभ चौधरी के गुजरने के बाद जेएससीए की स्थित दयनीय हो गयी है. आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि रांची में विश्व स्तरीय क्रिकेट स्टेडियम, फाइव स्टार होटल और एयरपोर्ट की अच्छी सुविधा होने के बावजूद विश्व कप की मेजबानी नहीं मिलना काफी दुखदायी है. जेएससीए की वर्तमान कमेटी आइपीएल का मैच भी नहीं करवा सकी.

‘विश्व कप का मैच होना गर्व की बात’

साथ ही, पूर्व रणजी क्रिकेटर एसपी गौतम कहते हैं कि रांची में विश्व स्तरीय स्टेडियम है. यदि यहां विश्व कप का मैच होता, तो राज्यवासियों के लिए गर्व की बात होती. जरूरी नहीं कि जेएससीए को भारत के मैच की मेजबानी ही दी जाती. किसी भी देश का मैच यहां होना चाहिए था, तभी यहां खेल को और बढ़ावा मिलता. ऐसे में झारखंड सहित कई अन्य राज्यों को भी मुकाबले देने चाहिए थे.

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