Idea lab in Jharkhand Institute : झारखंड के तकनीकी संस्थानों में खुलेंगे आइडिया लैब, जानें क्या रहेगा इसका उद्देशय
झारखंड के तकनीकी संस्थानों में खुलेंगे आइडिया लैब
रांची : राज्य के तकनीकी संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की कल्पना और सोच को मूर्त रूप देने के लिए आइडिया लैब खोले जायेंगे. इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य एक छत के नीचे विद्यार्थियों को सभी सुविधाएं देना और संस्थान में वर्तमान में दी जा रही शिक्षा को बदलना व विद्यार्थियों के कौशल को बढ़ाना है.
इसके लिए एआइसीटीइ ने इच्छुक संस्थानों से प्रस्ताव मांगा है. एआइसीटीइ ने गाइडलाइन भी उपलब्ध करायी है. संस्थानों द्वारा भेजे गये प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए विशेषज्ञों का पैनल बनाया गया है. 10 वर्ष से अधिक पुराने संस्थान ही इस लैब की स्थापना के लिए पात्र होंगे.
लैब के मुख्य संरक्षक संस्थान प्रमुख होंगे :
लैब को चलाने के लिए संबंधित संस्थान के प्रमुख मुख्य संरक्षक होंगे. समिति में इनके द्वारा नामित संकाय समन्वयक और तीन वरिष्ठ विद्यार्थी शामिल होंगे. चयनित विद्यार्थियों को रोटेशन के आधार पर जिम्मेवारी दी जायेगी. संस्थान में शैक्षणिक कार्यक्रमों व लैब की गतिविधियों को एकीकृत किया जायेगा. विद्यार्थियों के कोर्स में एक विषय इस लैब से जुड़ा होगा. इंटर्नशिप करनेवाले विद्यार्थियों को भी इससे जोड़ा जायेगा. उद्योग की समस्याओं पर आधारित इंटर्नशिप को प्राथमिकता दी जायेगी.
लैब के लिए ये चीजें होंगी जरूरी
आइडिया लैब की स्थापना के लिए संस्थान में 5000 वर्गफुट क्षेत्र की आवश्यकता होगी. 3000 वर्गफुट बिल्डअप एरिया में 2000 वर्गफुट में लैब का निर्माण करना है, जबकि एक हजार वर्गफुट विद्यार्थियों की गतिविधियों के लिए होगा, जो सभी सुविधाओं से लैस रहेगा. यह सातों दिन 24 घंटे खुला रहेगा.
110 लाख रुपये खर्च होंगे
आइडिया लैब की स्थापना में लगभग 110 लाख रुपये की लागत आयेगी. इसमें 80 लाख रुपये उपकरण आदि में खर्च होंगे, जबकि 30 लाख रुपये दो वर्ष की गतिविधियों में खर्च होंगे. चयनित संस्थानों को एअाइसीटीइ द्वारा 50 प्रतिशत राशि दी जायेगी. संस्थान को राशि मिलने के दो वर्ष के अंदर प्रोजेक्ट को पूरा करना होगा. एआइसीटीइ अपने आइडिया लैब नेटवर्क के माध्यम से पांच वर्ष तक मॉनिटरिंग करेगा.
दूसरे कॉलेज व स्टार्टअप शुरू करनेवाले भी ले सकेंगे मदद
इस लैब की स्थापना के बाद अन्य स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थियों अौर फैकल्टी को भी इसकी सुविधा मिलेगी. इसके अलावा उद्योग, उद्यमियों, स्टार्टअप शुरू करनेवाले युवा और पूर्व विद्यार्थी भी इसका उपयोग कर सकेंगे. इसके लिए शुल्क निर्धारित किया जायेगा.
Posted By : Sameer Oraon