गिरिनाथ मैदान में आये, तो बनेगा त्रिकोण, चतरा सीट में बढ़ेगी त्रिपाठी की मुश्किलें
चतरा में अब एक नयी राजनीतिक सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. पूर्व मंत्री व गढ़वा से विधायक रहे गिरिनाथ सिंह चतरा से ताल ठोक रहे हैं. गिरिनाथ सिंह मैदान में आये, तो त्रिकोण बनेगा.
रांची. चतरा लोकसभा का चुनाव दिलचस्प बन रहा है. इस सीट को लेकर सियासी हलचल तेज है. चतरा सीट से भाजपा ने कालीचरण सिंह को उतारा है. सांसद सुनील सिंह का टिकट काट कर कालीचरण को दिया गया है. वहीं इंडिया गठबंधन ने काफी इंतजार और मंथन के बाद पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी को मैदान में उतारा है. इधर चतरा में अब एक नयी राजनीतिक सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. पूर्व मंत्री व गढ़वा से विधायक रहे गिरिनाथ सिंह चतरा से ताल ठोक रहे हैं. गिरिनाथ सिंह मैदान में आये, तो त्रिकोण बनेगा. गिरिनाथ सिंह लंबे समय तक राजद में रहे. इलाके में इनकी गहरी पैठ है. चतरा के चुनाव में उनकी सक्रियता भी रही है. सूचना के मुताबिक श्री सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. इसको लेकर वह लगातार क्षेत्र के लोगों से संपर्क साध रहे हैं. वहीं सूत्रों का कहना है कि हाल के दिनों में उनका संपर्क बसपा से भी हुआ है. फिलहाल श्री सिंह परिस्थितियों को भांप रहे हैं. बहरहाल गिरिनाथ मैदान में आते हैं, तो चुनाव का रोमांच बढ़ेगा. कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ेगी. परंपरागत वोट बैंक में सेंधमारी होगी. ऐसे भी इंडिया गठबंधन में राजद का एक खेमा श्री त्रिपाठी का विरोध कर रहा है. इस विरोध की झलक इंडिया गठबंधन के उलगुलान रैली में भी देखने को मिली थी.
निर्दलीय के साथ गयी है चतरा, नामधारी जीत चुके हैं
चतरा संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय के चुनाव जीतने का पहले रिकॉर्ड रहा है. वर्ष 2009 के चुनाव में इंदरसिंह नामधारी निर्दलीय चुनाव में उतरे थे. श्री नामधारी ने कांग्रेस प्रत्याशी धीरज साहू को हराया था. इस चुनाव में भी लड़ाई मजेदार रही थी. नामधारी ने 16 हजार वोट से कांग्रेस को मात दी थी. इस चुनाव में राजद से नागमणि कुशवाहा चुनाव लड़े थे.
चतरा के लिए अड़ा था राजद, सीट कांग्रेस को मिली
गिरिनाथ सिंह भाजपा छोड़ राजद में शामिल हुए. चतरा सीट के लिए इंडिया गठबंधन में काफी दिनों तक जिच बनी हुई थी. पलामू और चतरा दोनों ही सीटों पर राजद ने दावा किया था. पहले पलामू में ममता भुइयां को सिंबल दे दिया. इसके बाद चतरा के लिए अड़ा रहा, लेकिन कांग्रेस नहीं मानी. इसके बाद गिरिनाथ सिंह ने चतरा की ओर रुख किया.लोग चुनाव लड़ने कह रहे, समर्थन मिल रहा है : गिरिनाथ
गिरिनाथ सिंह ने बुधवार को चतरा में अपने समर्थकों के साथ रायसुमारी की. इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चतरा के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहा हूं. बेरोजगारी और मूलभूत समस्याओं को दूर करने के लिए लगातार आवाज उठाता आ रहा हूं.. उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 से चतरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए प्रयास कर रहे हैं. परिस्थितिवश पार्टियों द्वारा टिकट नहीं दिये जाने के कारण चुनाव नहीं लड़ पाये हैं. श्री सिंह ने इशारे-इशारे में निर्दलीय चुनाव लड़ने का संकेत दिया है. कहा कि क्षेत्र के लोग निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं. काफी लोगो का समर्थन मिल रहा हैं. उन्होंने कहा कि कान्हाचट्टी व मयूरहंड को प्रखंड बनाने में अहम भूमिका निभायी थी. इस वजह से यहां की जनता से लगाव हैं. मैं बाहरी नहीं, बल्कि पांकी विधानसभा क्षेत्र का रहनेवाला हूं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है