प्रोत्साहन राशि नहीं मिली, तो ठप कर देंगे शहर की सफाई व्यवस्था

कोरोना काल में शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखना निगम ने लिए एक चुनौती है. कोरोना के डर से आधे से अधिक सफाईकर्मी प्रतिदिन काम पर नहीं आ रहे थे. इसे देखते हुए निगम ने सभी सफाईकर्मियों से कहा कि वे नियमित रूप से काम करें, उन्हें हर माह दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2020 2:45 AM

रांची : कोरोना काल में शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखना निगम ने लिए एक चुनौती है. कोरोना के डर से आधे से अधिक सफाईकर्मी प्रतिदिन काम पर नहीं आ रहे थे. इसे देखते हुए निगम ने सभी सफाईकर्मियों से कहा कि वे नियमित रूप से काम करें, उन्हें हर माह दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. निगम की इस अपील का असर यह हुआ कि सभी सफाईकर्मी काम पर वापस लौट गये. तीन माह तक निगम ने सभी 2200 सफाईकर्मियों को दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी किया, लेकिन जून माह से निगम ने सफाईकर्मियों की प्रोत्साहन राशि पर रोक लगा दी. इससे अब शहर के सारे सफाईकर्मी आक्रोशित हैं.

गुरुवार को नगर निगम के बकरी बाजार स्टोर में सभी सफाईकर्मियों ने बैठक की. इसमें निर्णय लिया गया कि निगम अगर प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं करती है, तो आनेवाले दिनों में हम हड़ताल पर जाने के लिए विवश होंगे.

मात्र छह हजार का मिलता है मानदेय : नगर निगम में जितने भी सफाईकर्मी हैं, उन्हें नगर निगम से मात्र छह हजार रुपये ही मानदेय दिया जाता है. पूर्व में इन कर्मचारियों ने नौ हजार रुपये मानदेय करने को लेकर आंदोलन भी किया था. उस समय यह आश्वासन दिया गया था कि निगम सफाईकर्मियों के मानदेय बढ़ोतरी को लेकर गंभीर है. बहुत जल्द उनका वेतन बढ़ाया जायेगा. निगम के अधिकारियों के आश्वासन पर कर्मचारियों ने आंदोलन को समाप्त कर दिया था.

जून माह से बंद कर दी गयी है सफाईकर्मियों की प्रोत्साहन राशि

सफाईकर्मियों की मांगों को लेकर निगम अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. जल्द अगर कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी गयी, तो शहर की सफाई व्यवस्था कभी भी ठप हो सकती है.

– दयानंद यादव, अध्यक्ष, रांची नगर निगम सफाई मजदूर संघ

मजदूरों की मांगें जायज हैं, लेकिन निगम के पास अभी पैसा ही नहीं है. हम प्रयास कर रहे हैं कि कुछ रास्ता इसका निकाला जाये, ताकि मजदूरों की मांगें पूरी की जा सकें.

– आशा लकड़ा, मेयर

मजदूरों को कम से कम इतना वेतन तो मिलना ही चाहिए कि वे अपना परिवार सही से चला सकें. इसको लेकर तैयारी की जा रही है. बोर्ड की आगामी बैठक में मजदूरों के वेतन वृद्धि का प्रस्ताव लाया जायेगा.

– संजीव विजयवर्गीय, डिप्टी मेयर

Post by : Pritish sahay

Next Article

Exit mobile version