रांची : रिम्स के स्त्री एवं प्रसूति विभाग के डॉक्टर व नर्सों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो बुधवार से लेबर रूम में प्रसव शुरू हो जायेगा. इस संबंध में निदेशक डाॅ दिनेश कुमार सिंह, अधीक्षक डाॅ विवेक कश्यप, विभागाध्यक्ष डॉ अनुभा विद्यार्थी व महिला डॉक्टरों की बैठक हुई. महिला डॉक्टरों का कहना था कि गर्भवती महिलाओं की कोरोना जांच जरूरी है, क्योंकि इसके बिना संक्रमित होने का खतरा रहेगा. इस पर निदेशक ने कहा कि गर्भवती महिलाएं इमरजेंसी में ही लेबर रूम पहुंचती हैं.
एेसे में अगर जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जाये तो उनकी जान चली जायेगी. बहुत समझाने पर महिला डॉक्टर विभाग को शुरू करने पर तैयार हो गयीं. इधर, मंगलवार काे लेबर रूम व महिला वार्ड को सेनिटाइज किया गया. साथ ही जगह-जगह सफाई करायी गयी. रिम्स प्रबंधन का कहना था कि पूरी तरह सफाई हो गयी है, लेकिन महिला डॉक्टरों का कहना था कि पूरी तरह से सेनिटाइजेशन का काम नहीं हुआ है. इसके बाद डाॅ कश्यप ने आश्वस्त किया कि लेबर रूम पूरी सफाई के बाद ही दी जायेगी.
पर्याप्त मात्रा में पीपीइ किट देने का आश्वासन रिम्स निदेशक ने महिला डॉक्टरों को आश्वस्त किया कि पर्याप्त मात्रा में पीपीइ किट उपलब्ध कराया जायेगा. किट खत्म होने पर मांग करते ही आपको दिया जायेगा. विभाग की कई नर्सों ने कहा कि किट रहते हुए भी सिस्टर इंचार्ज सीमित मात्रा में देती हैं. वह कहती हैं कि ज्यादा प्रयोग नहीं करने के लिए कहा गया है.
आज भी कई महिला डॉक्टरों ने दिया सैंपल स्त्री विभाग की दूसरी यूनिट की डॉक्टरों ने भी मंगलवार को अपना सैंपल जांच के लिए दिया, जिसे माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेज दिया गया है. उम्मीद है कि बुधवार शाम तक रिपोर्ट जारी कर दी जायेगी. रिम्स प्रबंधन ने प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र जांच करने का निर्देश दिया है, ताकि स्त्री विभाग को शुरू कराया जा सके. कोट::महिला डॉक्टरों को तैयार किया गया है. बुधवार को अगर उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो डिलिवरी का काम शुरू कर दिया जायेगा. साथ ही पीपीइ किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जायेगा. डॉ दिनेश कुमार सिंह, निदेशक रिम्स