यहीं काम मिल जाये, तो वापस क्यों जायेंगे
मुंबई से इंडिगो विमान से विभिन्न जिलों के 180 श्रमिक, उनके परिजन व अन्य लोग मंगलवार को दिन के 11:50 बजे रांची पहुंचे. यात्रियों में छोटे बच्चे भी थे. प्रवासियों ने कहा कि सरकार की ओर से हम लोगों के लिए बेहतर इंतजाम किये गये थे.
रांची : मुंबई से इंडिगो विमान से विभिन्न जिलों के 180 श्रमिक, उनके परिजन व अन्य लोग मंगलवार को दिन के 11:50 बजे रांची पहुंचे. यात्रियों में छोटे बच्चे भी थे. प्रवासियों ने कहा कि सरकार की ओर से हम लोगों के लिए बेहतर इंतजाम किये गये थे. कहीं भी परेशानी नहीं हुई. एयरपोर्ट से बाहर निकलने के क्रम में उन्हें नाश्ता और पानी का बोतल दिया गया. छोटे बच्चों की खुशी देखते बन रही थी. मजदूरों ने कहा कि अपना घर अपना ही होता है. राज्य में ही रोजगार मिल जायेगा तो फिर नहीं जायेंगे. यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए विभिन्न जिलों की बसें भी मौजूद थीं.
क्या कहा लोगों ने : लोहरदगा निवासी बबीता कच्छप ने कहा कि वह मुंबई में भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में सुरक्षा प्रहरी के लिए होनेवाली परीक्षा में शामिल होने के लिए गयी थी. परीक्षा 18 मार्च को हुई थी. 26 मार्च को लौटने वाली थी. लेकिन लॉकडाउन के कारण विमान स्थगित कर दिया गया. इस कारण वहीं फंस गये थे.
हजारीबाग के कन्हैया सोनी ने कहा कि वे वहां भवन बनाने का काम करते थे. लॉकडाउन के कारण कामकाज बंद हो गया था. जब उनसे पूछा गया कि क्या आप वहां दोबारा जाना पसंद करेंगे, तो उन्होंने कहा कि फिलहाल इस बारे में कुछ नहीं सोचे हैं. मेहरूनिसा ने कहा कि उसके पति वहां काम करते हैं. लॉकडाउन के कारण कामकाज बंद हो गया था जिस कारण से हम लोग यहां आ गये हैं. अपने राज्य पहुंचने के बाद हम लोग काफी खुश हैं.
posted by : Pritish Sahay