ranchi news : बड़ी सोच के साथ छोटी शुरुआत करें, अपने कौशल को लगातार बढ़ायें : प्रो दीपक
ranchi news : प्रबंधन के एक्सपर्ट्स ने 'मैनेजरियल एंड लीडरशिप डेवलपमेंट' पर प्रबंधन कौशल और बदलते दौर के साथ काम के तौर-तरीकों में बदलाव की जानकारी दी.
रांची़ प्रभात खबर और आइआइएम रांची के तत्वावधान में शुक्रवार को जिमखाना क्लब में प्रशिक्षण का आयोजन हुआ. प्रबंधन के एक्सपर्ट्स ने ”मैनेजरियल एंड लीडरशिप डेवलपमेंट” पर प्रबंधन कौशल और बदलते दौर के साथ काम के तौर-तरीकों में बदलाव की जानकारी दी. इस दौरान प्रभात खबर कर्मियों को संस्थान के संचालन के लिए जरूरी कौशल, कर्मियों के बीच सामंजस्य स्थापित करने, दूसरों से अलग हट कर काम करने के टिप्स दिये गये. वहीं, अपनी गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ने की सीख दी गयी.
संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए निश्चित रणनीति की जरूरत
मुख्य वक्ता आइआइएम रांची के निदेशक प्रो डॉ दीपक श्रीवास्तव ने संस्थान के विकास के लिए जरूरी प्रबंधन कौशल से रू-ब-रू कराया. उन्होंने बताया कि संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए निश्चित रणनीति की जरूरत है. यह रणनीति पूर्व के अनुभव से मिली सीख के आधार पर होनी चाहिए. इसमें सैद्धांतिक लक्ष्य और रचनात्मकता का मिश्रण होना जरूरी है. प्रतिद्वंद्वी संस्थान क्या अलग कर रहा है, इस पर नजर रखना जरूरी है. पर खुद को बाजार में टिकाऊ बनाने के लिए नयी दृष्टि, उद्देश्य और संस्थान के मूल्य आधारित काम-काज के तरीकों का पालन करना जरूरी है. अपने संस्थान को दूसरे से अलग बनाने के लिए बड़ी सोच के साथ छोटी शुरुआत करें. इसके लिए लगातार अपने कौशल को बढ़ाना होगा. साथ ही नये प्रयोग करने होंगे. समय से पहले प्लानिंग करनी होगी. संस्थागत चुनौतियाें का हल दक्ष टीम से ही संभव है. इसके लिए उनके कौशल को निखारना होगा.आइआइएम रांची की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ तनुश्री दत्ता ने ”भावनात्मक बुद्धिमत्ता के लिए आत्म-मूल्यांकन” की जरूरत और सहायक प्रो डॉ गौरव मनोहर मराठे ने ”नेतृत्व और प्रबंधकीय प्रभावशीलता” पर व्याख्यान दिया. वहीं, तकनीकी सत्र में प्रभात खबर के कर्मियों को जिम्मेदारी और लीडरशिप स्किल बढ़ाने को लेकर कई सुझाव दिये गये. इस अवसर पर वाइस प्रेसिडेंट विजय बहादुर, सीएफओ आलोक पोद्दार, जीएम एचआर विकास कुमार आदि मौजूद थे.
रचनात्मक सोच, टीम वर्क और समय प्रबंधन से मिलेगी सफलता
प्रभात खबर के निदेशक समीर लोहिया ने कहा कि संस्थान को शीर्ष पर पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रत्येक कर्मी को लेनी होगी. काम को हल्के में न लेकर उसके प्रति निष्ठा, प्रतिबद्धता और हर संभव लक्ष्य हासिल करने का जुनून रखना होगा. संस्थान टीम वर्क और रचनात्मक सोच से ही नयी उपलब्धियां हासिल कर सकता है. ऐसे में सहकर्मियों के बीच रिश्ते मजबूत होने चाहिए. खुद पर विश्वास रखें और समय को महत्व दें. कार्यकारी निदेशक आरके दत्ता ने संस्थान की नैतिकता, मूल्य के साथ-साथ कार्य संस्कृति पर जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान को आगे ले जाने में इन तीन तथ्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. चुनौतियां लगातार बढ़ेंगी, ऐसे में अपनी सोच के दायरे को बढ़ायें.टीम लीडर वही, जो सबके हित की सोचे
प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि सच्चा लीडर वही है, जो अपने मन में किसी के प्रति कोई पूर्वाग्रह न रखे. सबके प्रति एक भाव रखते हुए अपने हर कर्मी के हित की बात सोचना ही लीडर का धर्म है. इसे समझते हुए कार्य करना चाहिए. अखबार लोगों की जरूरत और जनमुद्दों को छूने का निरंतर प्रयास करता है. अखबार का यही दायित्व भी है और इस दायित्व के निर्वाहन के लिए पूरी ईमानदारी के साथ निरंतर काम होना चाहिए. प्रगति के लिए समय के साथ चलना जरूरी है. आगे वही बढ़ता है, जो परिवर्तन को स्वीकार करता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है