Jharkhand News: ईडी ने अवैध खनन मामले की जांच के दौरान बरहरवा कांड के आइओ सरफुद्दीन सहित चार लोगों को पूछताछ के लिए समन जारी किया है. तीन अन्य लोगों में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के अधीक्षक हामिद अख्तर और रिम्स में इलाज के दौरान पंकज मिश्रा को राज्य के अधिकारियों व अन्य लोगों से बात कराने के आरोपी चंदन यादव व सूरज पंडित शामिल है. बरहरवा कांड के आइओ और जेल अधीक्षक को पांच दिसंबर को हाजिर होने का निर्देश दिया गया है, जबकि सूरज व चंदन को छह और सात नवंबर को बुलाया गया है.
उल्लेखनीय है कि बरहरवा थाने में 22 जून 2020 को सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम सहित 11 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. ईडी ने अवैध खनन की जांच के लिए बरहरवा कांड के अलावा पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, राजेश यादव उर्फ दाहू यादव व अन्य के खिलाफ दर्ज मामलों को शामिल किया था. ईडी जांच में यह पाया कि बरहरवा कांड के आइओ सरफुद्दीन खान ने मामले की सही ढंग से जांच नहीं की.
जांच के दौरान तकनीकी और वैज्ञानिक पहलुओं को नजरअंदाज करते हुए पंकज मिश्रा व अन्य के खिलाफ लगाये गये आरोपों को खारिज कर दिया. मामले की जांच के दौरान ईडी ने पाया कि विवाद का मुख्य कारण बरहरवा पंचायत का टोल था. साहिबगंज के खास इलाकों में किये जा रहे अवैध खनन के सहारे निकाले गये पत्थर और स्टोन चिप्स को इसी रास्ते से बाहर ले जाया जाता है. इसलिए पंकज मिश्रा व अन्य यह चाहते थे कि बरहरवा पंचायत को टोल पर उनका कब्जा रहे, ताकि अवैध खनन और ढुलाई में किसी तरह की परेशानी नहीं हो.
ईडी ने पिछले दिनों पंकज मिश्रा को फोन की सुविधा उपलब्ध कराने के आरोप में चंदन यादव को मोरहाबादी स्थित घर और सूरज पंडित को रांची रेलवे स्टेशन से पकड़ा था. दिन भर चली प्रारंभिक पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया था. इन दोनों से पंकज मिश्रा को न्यायिक हिरासत के दौरान उपलब्ध करायी गयी सुविधा और इसके लिए निर्देश देनेवालों के सिलसिले में पूछताछ की जाने की संभावना है. वहीं, बिरसा मुंडा जेल के सुप्रिंटेंडेंट से इडी द्वारा गिरफ्तार किये गये कैदियों को दी जानेवाली सुविधाओं सहित अन्य मुद्दों पर पूछताछ की जा सकती है.