NGT के रोक के बावजूद झारखंड में धड़ल्ले से हो रहा बालू का अवैध उठाव, प्रशासन नहीं कर रहा कोई कार्रवाई
नदियों का इको सिस्टम बनाये रखने के लिए मॉनसून के दौरान हर साल इस अवधि तक बालू के उठाव पर रोक रहती है. यह रोक देश के अन्य राज्यों में भी है.
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) के आदेश की अनदेखी कर झारखंड में धड़ल्ले से अवैध तरीके से बालू का उठाव हो रहा है. प्रशासन की नाक नीचे खुलेआम बालू की कालाबाजारी हो रही है. ट्रैक्टर, ट्रक और हाइवा से खुलेआम बालू ढोया जा रहा है. इसके बावजूद न तो प्रशासन इसे रोक रहा है न ही खान विभाग कोई कार्रवाई कर रहा है. नतीजतन, राजधानी रांची से लेकर राज्य के लगभग तमाम जिलों में अवैध बालू उठाव का खुला खेल जारी है.
एनजीटी ने झारखंड में 10 जून से 15 अक्तूबर तक नदियों से बालू के उठाव पर रोक लगा रखी है. नदियों का इको सिस्टम बनाये रखने के लिए मॉनसून के दौरान हर साल इस अवधि तक बालू के उठाव पर रोक रहती है. यह रोक देश के अन्य राज्यों में भी है. कुछ राज्य इसका पालन भी कर रहे हैं, लेकिन झारखंड में इस आदेश को ताक पर रख दिया गया है.
हालत यह है कि उन जिलों में भी नदियों से बालू निकाला जा रहा है, जहां घाटों की निविदा तक नहीं हुई है. राज्य में 796 बालू घाट हैं, लेकिन केवल 27 घाटों की ही निविदा हो सकी है. अन्य घाटों के लिए निविदा प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है.
जिलों का हाल
धनबाद
निरसा थाना क्षेत्र में बराकर नदी का पांड्रा-बेजरा, पोलकेरा, सिजुआ, मोराडीह, सररा, बरबेंदिया घाट बालू माफियाओं के कब्जे में हैं. चिरकुंडा थाना क्षेत्र में सुंदरनगर व डुमकुंडा बराकर नदी घाट, खैरक्यारी, नेपुरा व एमएस टाइप घाट, मैथन ओपी क्षेत्र में पोड़ाडीहा, बरमुड़ी व आमकुड़ा घाट से हर दिन सैकड़ों सीएफटी बालू का अवैध उत्खनन हो रहा है. इसके अलावा दामोदर नदी के डोंगा घाट, नागदा घाट, बागड़ा घाट पर बालू माफियाओं का अवैध कब्जा बरकरार है.
बोकारो
बोकारो जिला में एक भी बालू घाट वैध नहीं है. इसके बावजूद जिले में बालू का उठाव जारी है. पेटरवार प्रखंड के खेतको, चलकरी, तेनुघाट व सुदूरवर्ती गागा ग्राम से सटे गोला प्रखंड के गंधनिया घाट, बेरमो में दामोदर नदी के विभिन्न घाट के अलावा चंदनकियारी प्रखंड के अमलाबाद ओपी क्षेत्र में सीतानाला, दामोदर तट व गवई नदी के विभिन्न घाटों से बालू का उठाव हो रहा है.
गिरिडीह
गिरिडीह मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के झरियागादी बालू घाट, गरहाटांड़, उदनाबाद उसरी नदी बालू घाट, बराकर नदी, अरगाघाट, शास्त्रीनगर घाट, भंडारीडीह, सिहोडीह घाट, रानीखावा बालू घाट, बनखंजो बालू घाट, मोतीलेदा बालू घाट के अलावा कई घाटों से प्रतिदिन ट्रैक्टर व ट्रक से बालू का उठाव जारी है.
लातेहार
जिले में औरंगा नदी, सुकरी, तुवैद, जारम, केचकी औरंगा, रामपुर नदी, गलानदी, चौपत नदी से बालू का अवैध उठाव हो रहा है. जिले के मेढो घाट, सिठियो घाट, जुरिया घाट, शंख नदी व कोयल नदी से अवैध रूप से बालू उठाव हो रहा है.
पलामू
शहरी क्षेत्र के सिंगरा, अमानत नदी और कोयल नदी से मजदूर बोरा में बालू भरकर साइकिल से टोला, मोहल्ला में बेच रहे हैं. पांकी अमानत, तरहसी, मोहम्मदगंज कोयल नदी, राजहरा चेचैन्या, शाहपुर कोयल नदी, कल्याणपुर, हुसैनाबाद के देवरी स्थित सोन नदी सहित प्रमुख नदी व घाटों से रात में बालू की चोरी हो रही है.
चतरा
जिले में बालू का उठाव हंटरगंज, टंडवा, सदर प्रखंड, गिद्धौर, मयूरहंड, इटखोरी, पत्थलगड्डा के विभिन्न नदियों से किया जा रहा हैं. ट्रैक्टर मालिक नदियों से ट्रैक्टर के जरिये बालू का उठाव कर तस्करी कर रहे हैं.
हजारीबाग
जिले में जिला खनन कार्यालय में दर्ज आंकड़े के अनुसार, बड़कागांव, पदमा, बरकट्ठा, चालकुशा, दारू, कटकमसांडी, चौपारण, टाटीझरिया, विष्णुगढ़ समेत लगभग 30 जगहों से बालू का अवैध खनन व उठाव हो रहा है.
रामगढ़
जिले के दामोदर नद के टोकीसूद, किरीगढ़ा, साकुल, पोड़ाघाट, दुमुहान, सिरका, रामगढ़ घाट, कैथा, गोला, चितरपुर क्षेत्र में अन्य नदियों से भी बालू का उठाव बेरोक-टोक जारी है.
गुमला
गुमला के बसिया प्रखंड में रात में नदियों से बालू निकालकर खेतों में डंप किया जाता है. निनई गांव दक्षिण कोयल नदी के किनारे हैं. यहां रात में जेसीबी मशीन लगाकर ट्रैक्टर से लगातार बालू की ढुलाई की जाती है.
गढ़वा
गढ़वा शहर के पास कल्याणपुर व धर्मडीहा में दानरो नदी, मेराल प्रखंड में उरिया नदी, केतार प्रखंड में कधवन व खैरवा गांव के पास सोन नदी से, डंडई में दानरो नदी से, रंका प्रखंड में भौंरी के पास कनहर नदी से, बहाहारा व बुढ़ापरास के पास खरसोईया नदी से, भंडरिया प्रखंड में जनेवा के पास कनहर नदी से मझिआंव प्रखंड में बुढ़ीखांड़ के पास कोयल व बांकी नदी से, खरौंधी प्रखंड में राजी, खोखा में सोन नदी से अवैध रूप से बालू का उठाव जारी है.
कोडरमा
सतगावां प्रखंड के सकरी नदी, छोटनहर नदी, जयनगर के बराकर नदी के तमाय, करियावां, तिलैया डैम के मूर्तिया, डोमचांच के नीमाडीह केशो जलाशय, कुशाहन सहित अन्य जगहों से रोजाना बालू का उठाव हो रहा है
सोनाहातू में सचिव के आदेश के बावजूद नहीं रुका बालू का उठाव
रांची के सोनाहातू में खान सचिव के आदेश के बावजूद बालू का उठाव नहीं रुक रहा. 29 अगस्त को ‘प्रभात खबर’ में ‘पतरातू के चालान पर सोनाहातू से हो रहा अवैध बालू का उठाव’ शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद खान सचिव अबु बकर सिद्दीख ने रांची डीएमओ को जांच के आदेश दिये थे. डीएमओ ने एएमओ राम नरेश सिंह को फील्ड में जाकर जांच करने का निर्देश दिया, लेकिन एएमओ नहीं गये. नतीजतन आज भी सोनाहातू थाना के स्वर्णरेखा नदी के बरेंदा घाट से बालू का अवैध उठाव जारी है.
यहां का बालू सरायकेला-खरसावां, जमशेदपुर और रांची में बेचा जा रहा है. प्रतिदिन 60 से 70 हाइवा बालू की निकासी खुलेआम हो रही है. बाजार में 22 से 28 हजार रुपये प्रति हाइवा की दर से बालू बिक रहा है. यहां दो व्यक्ति हैं, जो सोनाहातू थाना के नाम पर प्रति गाड़ी 3000 रुपये की वसूली करते हैं. साथ ही तीन राजनीतिक दलों के नाम पर भी प्रति गाड़ी एक-एक हजार रुपये की वसूली की जाती है. इस क्षेत्र में बालू बरेंदा, डिबाडीह व जिंतडीह घाट से उठाया जा रहा है. सिल्ली से टाटा रूट में यह खेल लगातार जारी है.