नशापान, मिर्गी, नींद, कैंसर, डायबिटीज आदि बीमारी व्यक्ति पर गहरा मनोवैज्ञानिक असर डालते हैं : डॉ रवींद्र
न्यूजीलैंड से आये मनोचिकित्सक डॉ रवींद्र भगत ने कहा है कि ब्रेन इंज्यूरी, नशापान, नींद की समस्या, मिर्गी, स्ट्रोक, कैंसर, डायबिटीज जैसे बीमारियां व्यक्ति पर मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से गहरा असर डालती हैं.
रांची (विशेष संवाददाता). न्यूजीलैंड से आये मनोचिकित्सक डॉ रवींद्र भगत ने कहा है कि ब्रेन इंज्यूरी, नशापान, नींद की समस्या, मिर्गी, स्ट्रोक, कैंसर, डायबिटीज जैसे बीमारियां व्यक्ति पर मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से गहरा असर डालती हैं. डॉ भगत बुधवार को रांची विवि अंतर्गत पीजी मनोविज्ञान में चल रही पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड काउंसलिंग में दो दिवसीय कार्यशाला के समापन में बोल रहे थे. डॉ भगत ने साइकोलॉजिकल सिमटम मेसकिंग मेडिकल डिसऑर्डर विषय पर कहा कि भाग-दौड़ वाली जिंदगी में लोग तनाव में आ जाते हैं. इसे कम करने के लिए हमें अपनी जीवन शैली में अपेक्षित बदलाव लाने की आवश्यकता है. मनोवैज्ञानिक पहलुओं को समझना जितना जरूरी छात्रों के लिए है, उतना ही जरूरी समाज के लिए है. नशापान खास कर युवाओं में इस कदर बढ़ रहा है कि इससे व्यक्ति को कई अन्य तरह की बीमारियां भी हो रही हैं. व्यक्ति के दिमाग के किसी भी हिस्से में बाहरी या भीतरी चोट लगने से यह कई तरह की मानसिक समस्याएं हो सकती हैं. डॉ भगत ने थायराइड के स्तर में बदलाव से होनेवाली मानसिक समस्याओं के बारे में भी जानकारी दी. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ परवेज हसन ने की. संचालन डॉ आभा एक्का ने किया. इस अवसर पर डॉ मीरा जायसवाल, डॉ रेणु कुमारी, डॉ रोजलीना सिंह, डॉ शशि कपूर प्रसाद, डॉ चांदनी ठाकुर, रोजी, शाहिदा, अजीत विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे.