आसन कमजोर नहीं, इस तरह का आचरण बरदाश्त नहीं : स्पीकर

बजट सत्र के छठे दिन भी सदन में भाजपा विधायकों का शोर थम नहीं रहा है. शुक्रवार को विधानसभा में विपक्ष ने छठी जेपीएससी की परीक्षा रद्द करने, छात्र व किसानों के मुद्दे के साथ-साथ बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता देने की मांग को लेकर भाजपा के विधायक दिन भर शोर-शराबा करते रहे.

By Shaurya Punj | March 7, 2020 1:17 AM

रांची : बजट सत्र के छठे दिन भी सदन में भाजपा विधायकों का शोर थम नहीं रहा है़ शुक्रवार को विधानसभा में विपक्ष ने छठी जेपीएससी की परीक्षा रद्द करने, छात्र व किसानों के मुद्दे के साथ-साथ बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता देने की मांग को लेकर भाजपा के विधायक दिन भर शोर-शराबा करते रहे. पहली पाली में सत्र शुरू होते ही रोज की तरह भाजपा विधायक वेल में घुस गये. स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने हो-हल्ला के बीच प्रश्नकाल शुरू किया़ विधायकों ने अल्पसूचित, तारांकित और शून्य काल के तहत शोर-गुल के बीच ही जैसे-तैसे प्रश्न पूछे.

उधर प्रश्नकाल चल रहा था, इधर विपक्ष के विधायक अध्यक्ष महोदय न्याय दें, न्याय दें, छात्र-किसान विरोधी सरकार होश में आओ आदि नारे लगाते रहे. भाजपा विधायक वेल मेें धरना पर बैठ गये. विधायक रणधीर सिंह को वेल में लोटते देख स्पीकर नाराज हुए़ स्पीकर ने कहा : अासन इतना कमजोर नहीं है. इस तरह का आचरण करेंगे, तो बरदाश्त नहीं होगा़ आप अब मर्यादा के विपरीत काम कर रहे है.

इसके बाद विधायक अनंत ओझा ने रणधीर सिंह को ऐसा करने से मना किया. स्पीकर का कहना था कि होली का मुहूर्त है़ होली में लोग दुश्मन को भी गले लगाते है. आप प्रतिपक्ष के माहौल से दूर हो कर काम करे. जनता के सवालों के साथ समझौता नहीं हो सकता है.

स्पीकर के बार-बार आग्रह के बाद भी विपक्ष के विधायक मानने के लिए तैयार नहीं थे़ हंगामा थम नहीं रहा था़ स्पीकर श्री महतो ने 11: 43 बजे सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी़ 12 बजे सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू हुई, तो 17 मिनट तक स्पीकर ने किसी तरह सदन चलाया़ हो-हल्ला नहीं थमा, तो स्पीकर ने दूसरी बार सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

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