Jharkhand Crime News (रोहित कुमार, मैक्लुस्कीगंज, रांची) : झारखंड के रांची जिला अंतर्गत मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के अगरवा जंगल में दामोदर नदी पर बने ददीना रेलवे पुल से पहले दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. दोनों की पहचान नरेश गंझू (28 वर्ष) व भुनेस्वर गंझू (35 वर्ष) के रूप में की गयी थी. दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं. बुधवार की देर शाम शव के गांव पहुंचने पर परिजनों का चीत्कार पूरे गांव में गूंज उठा.
वहीं, गुरुवार की सुबह परिजनों द्वारा कोयलरा बघलता स्थित दामोदर नद तट पर मृतकों के शवों का दाह संस्कार कर दिया गया. घाट पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान पूरा गांव का माहौल गमगीन था. हत्या के बाद आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
गुरुवार की सुबह मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी राजकुमार सिंह व केस के अनुसंधानकर्ता एसआई शिवजी सिंह घटनास्थल का मुआयना किये. प्रभारी राजकुमार सिंह ने बताया कि हत्याकांड में अभी तक घटनास्थल से 10 खोखे मिले हैं. जिसमें 5 खोखा एक किस्म के, वहीं दो व एक-एक अलग-अलग किस्मों के खोखा बरामद हुआ है. जिससे कयास लगाया जा रहा है कि हत्याकांड में दो से अधिक लोग शामिल हैं.
घटनास्थल पर हत्याकांड को लेकर आने-जाने वाले रास्ते सहित अन्य बिंदुओं पर जांच किया जा रहा है. दोहरे हत्याकांड की वजह से घटनास्थल वाले राह से गुजरने वाले लोगों का आवागमन कम रहा. जो भी लोग आते-जाते दिखे सभी में डर साफ-साफ झलक रहा था. प्रभारी ने कहा किसी भी सूरत में आरोपी गिरफ्तार किये जायेंगे.
गौरतलब हो कि हत्या के दूसरे ही दिन मृतक नरेश गंझू की पत्नी गायत्री देवी द्वारा अज्ञात वर्दीधारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. उधर, मृतक के आश्रितों ने बताया कि हत्या के लगभग 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस किसी आरोपी को गिरफ्तार नही कर सकी. आरोपी की गिरफ्तारी नही होने से पूरा परिवार डरा हुआ है. पुलिस इस कार्य में लगी हुई है.
खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी ने हत्याकांड को आर्गनाइज्ड घटना बताया. मृतकों के टंडवा सहित अन्य जगहों से जुड़े तार को भी खंगाला जा रहा है. इस मामले में पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है. हत्याकांड को लेकर खलारी इंस्पेक्टर फरीद आलम, मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी राजकुमार सिंह व एसआई शिवजी सिंह को लेकर SIT टीम का गठन करने की बात कही गयी.
बताया गया कि इस कार्य में टेक्निकल सेल की भी मदद ली जा रही है. दोहरे हत्याकांड को लेकर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि हत्याकांड में 7.65 एमएम गोली का इस्तेमाल किया गया है, जो कि माओवादी या टीपीसी उग्रवादियों के पास आसानी से उपलब्ध है. इधर, उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्र में टंडवा थाना, मैक्लुस्कीगंज, खलारी पिपरवार थाना का संयुक्त ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
Posted By : Samir Ranjan.