रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के कवाली ब्रिज के पास दोपहर 12 बजे की घटनाजमीन कारोबारी लाल मधुसूदन राय पर पहले भी दो बार हो चुकी थी फायरिंग
वर्ष 2008 में हुई फायरिंग में मधुसूदन राय की पत्नी की हो गयी थी मौतप्रभात खबर टोली, नामकुम/रांची
बाइक सवार अपराधियों ने नामकुम थाना क्षेत्र के कवाली ब्रिज (रिंगरोड) के समीप दिनदहाड़े जमीन कारोबारी लाल मधुसूदन राय उर्फ मधु राय (63) को गोलियों से भून दिया. उन्हें आठ गोली मारी गयी. घटना रविवार की दोपहर 12 से 12:30 बजे के बीच की है. उस वक्त वे अपने उनीडीह राजाउलातू स्थित घर से नामकुम पतराटोली स्थित गढ़ा ढाबा जाने के लिए निकले थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने घर से निकले मधु राय का पीछा करते हुए कवाली पहुंचे. जहां बीच सड़क पर मधु राय को गोली मारी. गोली लगते ही मधु राय स्कूटी सहित सड़क पर गिर गये. इसके बाद अपराधियों ने पिस्तौल निकाल सारी गोली उन पर दाग दी. मौके पर ही उनकी मौत हो गयी.परिजनों को दोपहर लगभग एक बजे घटना की जानकारी मिली. इसके बाद सभी घटनास्थल पर पहुंचे व आक्रोशित होकर सड़क जाम कर दी. मौके पर पहुंचे ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल, डीएसपी अमर कुमार पांडेय व अन्य ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. फिर पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया. मौके पर फॉरेंसिक जांच टीम, डॉग स्क्वायड एवं तकनीकी शाखा की टीम पहुंची थी. परिजनों के अनुसार, 12 बजे के करीब मधु राय ने नामकुम जाने की बात कह स्कूटी लेकर घर से निकले थे. कुछ देर बाद उनकी हत्या की सूचना मिली. मामले में मृतक मधु राय के बड़े बेटे लाल विजय राय के बयान पर नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. विजय ने चार पांच लोगों पर शक जाहिर किया है. किशुन राय नामक युवक को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. घटनास्थल से पुलिस ने नाइन एमएम के पिस्टल की एक गोली बरामद की है. अभी तक की जांच में यह बात सामने आयी है कि दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है. जबकि एक चार पहिया वाहन पर भी सवार अपराधी मधु राय का पीछा कर रहे थे. देर शाम रिम्स में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई. मृतक के शरीर से आठ गोलियां निकाली गयी. वहीं मधु राय के दोनों बेटे, बेटी व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था.
इन बिंदुओं पर चल रही जांच
पुलिस पूर्व से मधु राय व किशुन राय तथा उमेश राय से हुए विवाद को हत्या का मूल कारण मान रही है. वहीं जुआं अड्डा, जमीन विवाद सहित अन्य बिंदुओं पर जांच कर रही है.
देर शाम पहुंचे आइजी, एसआइटी गठित
रविवार शाम आइजी अखिलेश झा घटनास्थल पर पहुंचे व मामले में जानकारी ली. पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रही है. हत्या के पीछे पुरानी अदावत की बात सामने आयी है. मामले की जांच के लिए डीएसपी अमर कुमार पांडेय के नेतृत्व में दस सदस्यीय एसआइटी टीम गठित की गयी है. इसमें केस का आइओ थाना प्रभारी ब्रह्मदेव प्रसाद को बनाया गया है.
पूर्व में दो बार हुईं थी फायरिंग, पत्नी की हुई थी हत्या
मृतक लाल मधुसूदन राय पर पूर्व में भी दो बार फायरिंग हो चुकी है. 2008 में राजा उलातू मरियम चौक के समीप स्थित जमीन पर पत्नी के साथ मौजूद मधु राय पर अपराधियों ने गोली चलायी थी. जिसमें मधु राय बच गये थे. जबकि उनकी पत्नी की मौत हो गयी थी. वर्ष 2016 में दोबारा राजाउलातू चौक के समीप बाइक सवार अपराधियों ने मधु राय पर गोली चलायी थी. गोली उनके हाथ में लगी थी. अभी भी गोली उनके हाथ में अटकी हुई थी. दोनों मामले में मधु राय ने उनीडीह निवासी उमेश राय व किशुन राय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. वहीं 2019 में घर की छत पर खड़े किशुन राय पर फायरिंग हुई थी. जिसमें किशुन राय के पैर में गोली लगी थी. किशुन राय ने मधु राय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. जिसके बाद पुलिस ने मधु राय को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. तीन साल बाद 2022 में मधु राय जमानत पर जेल से बाहर आये थे.
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