झारखंड : आयकर छापे में मिले दस्तावेज से 700 करोड़ से अधिक के अघोषित निवेश का अनुमान
छापेमारी में जब्त किये गये दस्तावेज की प्रारंभिक जांच से इन दोनों व्यापारिक समूहों द्वारा कुल 700 करोड़ रुपये से अधिक के अघोषित निवेश का अनुमान किया गया है. जांच के बाद आयकर अधिनियम के निहित प्रावधानों के तहत विभाग की ओर से कार्रवाई की जायेगी.
रांची : टैक्स चोरी के आरोप में धनबाद के कोयला व्यापारी अनिल गोयल और होटल कारोबारी दीपक पोद्दार के 56 ठिकानों पर तीन दिनों तक चली आयकर विभाग की छापामारी में कई दस्तावेज मिले हैं. इन दोनों व्यापारिक समूह के ठिकानों से मिले दस्तावेज की जांच के दौरान 700 करोड़ रुपये से अधिक के अघोषित निवेश किये जाने का अनुमान लगाया जा रहा है. इन दोनों व्यापारिक समूहों ने यह पूंजी निवेश रियल स्टेट और कोयले के कारोबार में किया है. छापामारी के दौरान आयकर अधिकारियों को दोनों व्यापारिक समूहों के ठिकाने से डिजिटल डिवाइस डाटा मिला है.
इसे फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा जायेगा. डिजिटल डाटा की फारेंसिक जांच के बाद इसमें मिले आंकड़ों का सही-सही मूल्यांकन किया जा सकेगा. छापेमारी में जब्त किये गये दस्तावेज की प्रारंभिक जांच से इन दोनों व्यापारिक समूहों द्वारा कुल 700 करोड़ रुपये से अधिक के अघोषित निवेश का अनुमान किया गया है. जांच के बाद आयकर अधिनियम के निहित प्रावधानों के तहत विभाग की ओर से कार्रवाई की जायेगी. आयकर विभाग की टीम ने ने 17 जनवरी को दीपक पोद्दार और अनिल गोयल के व्यापारिक समूहों के 56 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी, जो 20 जनवरी की शाम समाप्त हो गयी.
छापेमारी के दौरान चार करोड़ रुपये नकद, तीन किलोग्राम जेवर और कच्चे कागज पर किये गये व्यापार व नकद लेन-देन से संबंधित दस्तावेज जब्त किये गये. इडी ने छापेमारी के दायरे में शामिल किये गये लोगों के मोबाइल और लैपटॉप में दर्ज किये गये डिजिटल डाटा भी हासिल कर लिया. डिवाइस से मिले डाटा में भी अघोषित व्यापारिक गतिविधियों और निवेश से संबंधित ब्योरे दर्ज हैं. इन दोनों व्यापारियों ने रियल स्टेट और कोयले व्यापार में सबसे ज्यादा अघोषित निवेश किये हैं. छापेमारी में मिले 12 लॉकरों की जांच अभी नहीं की गयी है. इसे बाद में खोला जायेगा.