रांची. आदिवासी वीमेंस नेटवर्क (एडब्ल्यूएन) ने मानवाधिकार दिवस का आयोजन सत्यभारती सभागार में किया. मानवाधिकार के साथ ही 16 दिवसीय लैंगिक हिंसा प्रतिरोध पखवाड़ा का समापन भी किया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य विषय वर्तमान परिवेश में महिलाओं के मानवाधिकार : चुनौतियां और अवसर रहा.
कई संगठनों के प्रतिनिधि हुए शामिल
कार्यक्रम में कई सामाजिक संगठन जैसे महिला एवं लैंगिक संसाधन केंद्र, लैंड राइट्स,रिसोर्स सेंटर,नारी शक्ति क्लब, जीइएल चर्च की महिला समिति, रोमन कैथोलिक चर्च की महिला समिति एवं अन्य सामजिक संगठन और राज्य के विभिन्न जिलों से प्रतिनिधि शामिल हुए.
महिलाओं को सशक्त करना जरूरी
मौके पर वंदना टेटे ने कहा की सामाजिक कार्यों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें सशक्त व शिक्षित करने की ज़रूरत है. जिससे वह किसी भी हिंसा और उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा पायें. डॉ. रेणु दिवान ने कहा कि इस पखवाड़े के दौरान सारे विश्वविद्यालयों और अन्य कॉलेज में वीमेंस सेल का गठन कर सेमिनार और कार्यशाला का आयोजन किया गया. इससे शिक्षकों और छात्रों दोनों के बीच लैंगिक समानता संबंधी चिंताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाया गया. कार्यक्रम में डॉ किरण, माला विश्वास,अनिमा बा, एलिना होरो और सुषमा बिरुली सहित अन्य उपस्थित थे.
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