लगातार ऑनलाइन क्लास से बच्चों में बढ़ रहा चिड़चिड़ापन
लगातार ऑनलाइन क्लास से बच्चों में बढ़ रहा चिड़चिड़ापन
रांची : लगातार ऑनलाइन क्लास बच्चों के लिए परेशानी की सबस भी बन रही है़ ऑनलाइन क्लास के नाम पर बच्चे मोबाइल का इस्तेमाल अधिक करने लगे हैं. इसकी वजह से बच्चों में चिड़चिड़ापन हो रहा है और पर्याप्त नींद नहीं ले पा रहे हैं. ये बातें डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की ओर से आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में सिटी कॉलेज बोकारो के सहायक प्राध्यापक डॉ प्रभाकर कुमार ने कहीं.
वेबिनार का विषय था : बच्चों पर कोविड 19 का मनोसामाजिक प्रभाव और इसका प्रबंधन. इसमें मुख्य रूप से विवि के मनोविज्ञान विभाग की डॉ मिनाक्षी कुजूर और वक्ता के रूप में रायपुर की क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ प्रीति सिंह, डॉ रेणु दीवान, डॉ प्रकाश उरांव, डॉ तेतरा कुमार सहित अन्य शामिल हुए. तनाव महसूस करने लगे हैं बच्चेडॉ प्रभाकर ने बताया कि बच्चे तनाव महसूस करने लगे हैं. इनमें कुंठा और निराशा का भाव उत्पन्न होने लगा है. साइबर अपराध भी बढ़ने लगा है.
कुंठा, निराशा और तनाव को दूर करने के लिए ऑनलाइन क्लास का समय कम करने की सलाह दी. क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ प्रीति सिंह ने कोविड 19 के समय बच्चों में मनोसामाजिक कुप्रभाव एवं इसके प्रबंधन पर प्रकाश डाला़ उन्होंने चिंता, डर, भय, डिप्रेशन, कुंठा, निराशा का जिक्र किया.
इस वक्त बच्चों की डिमांड पूरी नहीं हो पा र ही है. स्कूल कब खुलेगा इसको लेकर बच्चों में संशय है. ये सारी बातें बच्चों को कुंठा एवं निराशा की ओर से ले जा रही हैं. डॉ प्रीति ने बताया कि बच्चों को लोगों या परिवार से एकदम दूर न करें. जागरूकता के साथ उन्हें मस्ती करने दिया जाये़
Post by : Pritish Sahay