रांची. दूसरे चरण में झारखंड के 38 विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को मतदान होना है. इनमें ज्यादा विस सीटें कोयलांचल और संताल परगना में हैं. चुनाव से पहले राजनीतिक दलों ने यहां मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि को मुद्दा बनाया था. बढ़े हुए मतदाता विधानसभा चुनाव की तस्वीर बदल सकते हैं. इसका असर सभी राजनीतिक दलों पर हो सकता है. ऐसे मतदाता निर्णायक की भूमिका में हो सकते हैं. ज्ञात हो कि उक्त 38 सीटों पर 13.34 फीसदी मतदाता बढ़े हैं. कई विधानसभा क्षेत्रों में युवाओं की संख्या भी बढ़ी है. ऐसे युवा बेहतर भविष्य के लिए मतदान कर सकते हैं. राज्य में 28 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां 2019 की तुलना में 10 प्रतिशत से ज्यादा मतदाता बढ़े हैं. पांच विधानसभा क्षेत्रों में 20 प्रतिशत से अधिक मतदाता बढ़े हैं. इनमें जमुआ, पाकुड़, बगोदर, धनवार व देवघर हैं. सबसे ज्यादा 22 प्रतिशत से अधिक मतदाता गिरिडीह जिले के जमुआ विधानसभा में बढ़े हैं. वहीं, 22 विधानसभा क्षेत्रों में 10 से 15 प्रतिशत के बीच मतदाता बढ़े हैं. इन नये मतदाताओं को रिझाने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंकी है.
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