Jharkhand News: इंडेन ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘गो ग्रीन’ अभियान शुरू किया है. इसके तहत उपभोक्ताओं को अब रिफिल कैश मेमो नहीं दिया जायेगा. इसकी जगह एसएमएस के जरिये ई-इनवॉयस भेजा जायेगा. इस अभियान से पेपर और पूरे देश में लगभग 17 करोड़ रुपये की बचत होने का अनुमान है. पायलट प्रोजेक्ट के तहत देश के चार शहरों रांची, सूरत, चंडीगढ़ और कोयंबटूर में कंपनी ने इस अभियान की शुरुआत की है. आनेवाले दिनों में अन्य शहरों में शुरू करने की योजना है.
फिलहाल, एक ए4 साइज के पेपर में कुल तीन ग्राहकों को कैश मेमो प्रिंट होता है. नयी व्यवस्था शुरू होने के बाद उपभोक्ताओं को एसएमएस के जरिये बुकिंग का मैसेज आयेगा. इसके बाद ई-इनवॉयस का मैसेज भेजा जायेगा, जिसमें चार अंकों का ओटीपी और एक लिंक मौजूद होगा. लिंक को क्लिक करने पर चार अंक का ओटीपी मांगा जायेगा.
ओटीपी फीड करने के बाद उपभोक्ताओं को ई-इनवॉयस दिखने लगेगा. कंपनी के अनुसार, फिलहाल कुछ दिनों तक ग्राहकों को डिलिवरी स्लिप दी जायेगी. इसमें एक ए4 पेपर में कुल 12 उपभोक्ताओं का डिलिवरी स्लिप प्रिंट होगा. इस स्लिप में क्यूआर कोड भी दिया जा रहा है, जिसके जरिये उपभोक्ता डिजिटल पेमेंट कर सकते हैं.
कैश मेमो देने के बजाय भेजा जायेगा बुकिंग का एसएमएस और ई-इनवॉयस का लिंक
अभियान से पेपर और कंपनी को पूरे देश में 17 करोड़ रुपये की बचत होने का अनुमान
पेपर की खपत रोकने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए इंडेन ने ग्राहकों को कैश मेमो की जगह एसएमएस भेजा जायेगा. पहले फेज में रांची समेत देश के चार शहरों में इसकी शुरुआत की गयी है.
– मो आमीन, डिविजनल एलपीजी हेड, इंडेन
Posted by: Pritish Sahay