Independence Day: सरकारी कर्मियों और छात्रों को लेकर CM हेमंत ने क्या कहा, इन आसान प्वाइंट्स के जरिये समझें
सीएम हेमंत ने अपने संबोधन में बदलते झारखंड की तस्वीर का प्रमाण देते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताया. साथ ही साथ उन्होंने सरकारी कर्मियों और छात्रों के बारे में कई बड़ी बातें कही
झारखंड समेत पूरे देश में आज धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची में ध्वजारोहण कर किया. इसके बाद सीएम हेमंत ने अपने संबोधन में बदलते झारखंड की तस्वीर का प्रमाण देते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताया. साथ ही साथ उन्होंने सरकारी कर्मियों और छात्रों के बारे में कई बड़ी बातें कही, जिसे जानना हम सभी के लिए जरूरी है.
क्या कहा सरकारी कर्मियों और छात्रों के लिए इन प्वॉइंट्स के माध्यम से समझें
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने 38 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए राज्य कर्मचारी आयोग को अधियाचना भेज दी है. जिसमें 36 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया जा चुका है. जल्द ही इन पदों पर नियुक्ति पूरी कर ली जाएगी.
उन्होंने आगे कहा कि छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने पारदर्शी चयन की प्रक्रिया अपनायी है. इसके लिए हमने प्रतियोगी परीक्षा विधेयक विधानसभा से पारित किया है. हमारा प्रयास है कि नियुक्तियों में राज्य के लोगों को उचित हक मिले.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि लंबे समय से हमारे राज्य के युवा पंचायत सचिव व निम्न वर्गीय लिपिक के पदों पर नियुक्ति की बाट जोह रहे थे. इसकी प्रक्रिया को हमने पूरा किया. इसके अलावा सहायक अभियंता, आयुष चिकित्सक, शिक्षक, सहायक लोक अभियोजक के पदों पर हजारों की संख्या में नियुक्ति की गयी है.
उन्होंने राज्य के बेरोजगार युवकों के बारे में कहा कि सरकार ने युवाओं को हुनरमंद बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सारथी योजना की शुरुआत की है. इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में 80 प्रखंड मुख्यालयों में बिरसा केंद्र की शुरुआत की गयी थी.
झारखंड के आदिवासी, दलितों के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना संचालित है. अब इसके प्रावधानों को सरल बनाते हुए आवेदकों की अधिकतम उम्र सीमा 45 से बढ़ाकर 50 कर दिया गया. साथ ही अब 50 हजार तक के लोन में किसी गारंटर की अवश्यकता नहीं है.
सरकारी कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू की गयी है. इसके लिए एसओपी भी जारी कर दिया गया है.
इसके अलावा सरकारी कर्मियों और उनके परिजनों के लिए 5 लाख रुपये तक कैशलेस स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत की गयी है.
झारखंड में कार्यरत महिला कर्मियों के लिए 180 दिनों की मातृत्व अवकाश प्रदान की गयी है.