‘इंडिया’ गठबंधन समन्वय समिति की बैठक बुधवार को दिल्ली में शरद पवार के आवास पर हुई. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी इसमें शामिल हुए. भोपाल की रैली में क्या संदेश जायेगा, इस पर पूछे जाने पर श्री सोरेन ने कहा कि इंतजार करें, उस दिन का संदेश उस दिन ही पता चलेगा. कुछ लोगों की बैठक में नहीं आने पर श्री सोरेन ने कहा कि एलायंस ने इस बात को संज्ञान में लिया है. इस पर विमर्श हुआ है. हर समस्या का समाधान है. सभी बीमारियों का इलाज है. ममता बनर्जी के आने पर उन्होंने कहा कि ममता जी के समूह के लोग आयेंगे, तो उनकी बातें भी सुलझ जायेंगी.
जीतने के प्रत्याशी उतारेंगे सहयोगी दल :
सूत्रों ने बताया कि बैठक में यह कहा गया है कि झारखंड में झामुमो की अग्रणी भूमिका रहेगी. सहयोगी दल भी उन्हीं सीटों पर प्रत्याशी देगा, जिसमें जीत की संभावना ज्यादा होगी. यानी ‘इंडिया’ गठबंधन जीतने के लिए ही प्रत्याशी देगा. इसके लिए स्थानीय स्तर पर झामुमो और गठबंधन के अन्य दलों के साथ बात होगी. तब सीटों की शेयरिंग को अंतिम रूप दिया जायेगा. यह भी कहा गया कि झारखंड के अलावा बंगाल, ओड़िशा और बिहार की कुछ सीटों पर झामुमो का प्रभाव है. वहां भी झामुमो सहयोगी दलों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
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‘इंडिया’ गठबंधन समन्वय समिति की बैठक में मुख्य रूप से शरद पवार के अलावा, कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, द्रमुक के टी आर बालू, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव, जनता दल (यूनाइटेड) के संजय झा, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के डी राजा,
समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए. कांग्रेस नेता गुरदीप सप्पल भी इस बैठक में मौजूद रहे. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेशी के कारण इस बैठक शामिल नहीं हो सके. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने अब तक इस समिति के लिए अपने प्रतिनिधि का चयन नहीं किया है.