झारखंड: I.N.D.I.A गठबंधन का नौ अक्टूबर को राजभवन मार्च, CPI नेता महेंद्र पाठक बोले, देश में है अघोषित आपातकाल
झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुस्ताक अंसारी ने कहा कि विपक्ष चाहे वो पंजाब हो बिहार, बंगाल, दिल्ली या झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन. सभी विपक्षी दलों के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को भी मोदी की सरकार नहीं छोड़ रही है. इसके विरोध में लड़ाई लड़ी जाएगी.
रांची: इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन के घटक दलों की बैठक शनिवार को सीपीआई के अल्बर्ट एक्का चौक स्थित राज्य कार्यालय में हुई. इसमें सर्वसम्मति से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा विपक्षी नेताओं व पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले के खिलाफ 9 अक्टूबर को राजभवन मार्च कर राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) कार्यालय में इंडिया के बैनर तले घटक दलों की बैठक झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता मुस्ताक अंसारी, कांग्रेस के राकेश किरण, भाकपा के अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि केंद्र सरकार इंडिया घटक दलों के नेताओं को ईडी, सीबीआई एवं अन्य केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से परेशान कर रही है, ताकि इंडिया गठबंधन में टूट पैदा हो सके. जब से इंडिया गठबंधन बना है. तब से केंद्र की मोदी सरकार की नींद हराम हो चुकी है. अब देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति पैदा हो गई है. तभी तो दिल्ली के कई पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया. उनके मोबाइल व लैपटॉप को जब्त किए गए. केंद्र सरकार या भाजपा के विरोध में बोलेंगे-लिखेंगे तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. अघोषित आपातकाल की स्थिति दिखाई दे रही है. इस बैठक में मुख्य रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक, जिला सचिव अजय कुमार सिंह, झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुस्ताक अंसारी, कांग्रेस के राकेश किरण, राष्ट्रीय जनता दल के धर्मेंद्र महतो, आम आदमी पार्टी के संतोष कुमार रजक, कांग्रेस के जोगेंद्र सिंह बेनी, भाकपा के इम्तियाज़ खान, तृणमूल कांग्रेस के जयप्रकाश साहू, अशोक कुमार वर्मा, डॉक्टर जितेंद्र कुमार सहित कई लोग मौजूद थे.
विपक्ष को निशाना बनाकर परेशान कर रही मोदी सरकार
झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुस्ताक अंसारी ने कहा कि विपक्ष चाहे वो पंजाब हो बिहार, बंगाल, दिल्ली या झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन. सभी विपक्षी दलों के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को भी मोदी की सरकार नहीं छोड़ रही है. इसके विरोध में लड़ाई लड़ी जाएगी.
इंडिया घटक दलों को तोड़ने के लिए अपनाए जा रहे हर हथकंडे
कांग्रेस नेता राकेश किरण ने कहा कि देश में नफरत की दुकान चलाने वाली केंद्र सरकार को मोहब्बत पसंद नहीं है. इसीलिए इंडिया घटक दलों से उसकी काफी नाराजगी है. इंडिया घटक दलों को तोड़ने के लिए हर हथकंडे अपना रही है. राष्ट्रीय जनता दल के धर्मेंद्र महतो और आम आदमी पार्टी के संतोष कुमार ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में पत्रकारों पर हमले व विपक्षी नेताओं पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.
मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए इंडिया गठबंधन कटिबद्ध
सीपीआई के अजय कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरोध में इंडिया गठबंधन लगातार लड़ाई लड़ेगी. हर मुद्दे को लेकर सड़कों उतरा जाएगा. ये लड़ाई लंबी चलेगी. शोषण-जुर्म और अन्याय के खिलाफ और 2024 में केंद्र की मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए इंडिया गठबंधन कटिबद्ध है.
9 अक्टूबर को राजभवन मार्च
सीपीआईएम के अमल पांडेय, वीरेंद्र कुमार, मासस के सुशांत मुखर्जी सहित घटक दलों के कई नेताओं ने अपने-अपने विचार रखे. सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पत्रकारों एवं विपक्षी नेताओं पर लगातार हमले केंद्र सरकार के द्वारा किए जा रहे हैं. इस हमले के विरोध में 9 अक्टूबर को राजभवन मार्च कर राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा.
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में मुख्य रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक, जिला सचिव अजय कुमार सिंह, झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुस्ताक अंसारी, कांग्रेस के राकेश किरण, राष्ट्रीय जनता दल के धर्मेंद्र महतो, आम आदमी पार्टी के संतोष कुमार रजक, कांग्रेस के जोगेंद्र सिंह बेनी, भाकपा के इम्तियाज़ खान, तृणमूल कांग्रेस के जयप्रकाश साहू, अशोक कुमार वर्मा, डॉक्टर जितेंद्र कुमार सहित कई लोग मौजूद थे.
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