जनता तय करे कि देश लोकतंत्र से चलेगा या तानाशाही से : चंपाई
दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की लोकतंत्र बचाओ रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि भारत में तानाशाही शक्तियां लगातार लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी गयी विपक्षी दलों की सरकारों को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है.
दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की लोकतंत्र बचाओ रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि भारत में तानाशाही शक्तियां लगातार लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी गयी विपक्षी दलों की सरकारों को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है. भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद भाजपा के सामने झुकनेवाले हिमंत बिस्व सरमा से लेकर अजीत पवार और छगन भुजबल जैसे नेताओं को क्लीन चिट मिल गयी. तानाशाही शक्तियों ने विपक्ष को तोड़ने का पुरजोर प्रयास किया. पहले विधायकों को खरीदा, पार्टियों को तोड़ा, सरकारें गिरायी, लेकिन उसके बाद भी झुकने को तैयार नहीं होनेवाले राजनैतिक दल व सरकारों को एजेंसियों द्वारा डराया- धमकाया जा रहा है. मुख्यमंत्रियों को जेल भेजा जा रहा है. अब हमारा देश लोकतंत्र से चलेगा या सभी विपक्षी दलों को कुचलती जा रही तानाशाही से, इसका फैसला जनता करेगी. श्री साेरेन ने कहा कि देश में इडी-सीबाइ व इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर विपक्षी दल के नेताओं को डराने की कोशिश की जा रही है. इन एजेंसियों की मदद से जनता द्वारा चुनी गयी सरकारों को अपदस्थ करने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी केंद्र सरकार के तानाशाही रवैये का सबूत है.