Indian Railways News: ट्रेन संख्या (20408) दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस में खुद को CRPF का लोग बताकर सीट को लेकर महिला यात्रियों के साथ बदसलूकी की. इतना ही नहीं, इन्हें धमकाया भी. इससे कोच B1 में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. हालांकि, कोच के अन्य यात्रियों ने स्थिति को संभाला. इसके बाद मामला शांत हो गया. ऐसे में सवाल उठने लगा कि ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा किसके भरोसे है. इतना होने के बाद भी RPF ने कोई कार्रवाई नहीं की. इससे यात्रियों में काफी नाराजगी है.
क्या है मामला
बुधवार की रात नौ बजे दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस कानपुर से चली. इसी बीच टीटी ने सीट की स्थिति देखी. इसमें थर्ड AC की 33 नंबर की बर्थ खाली थी. कुछ देर बाद कुछ लोग ग्रुप में आये और 33 नंबर सीट पर अपना दावा करने लगे. इस दौरान इन लोगों ने खुद को CRPF का लोग बताते हुए सिर्फ 33 नंबर सीट पर ही दावा नहीं किया, बल्कि लोअर बर्थ पर भी दावा करने लगा. इससे पूरे कोच में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.
कोच B1 के बर्थ 33 और लोवर बर्थ को लेकर हंगामा
इसी बीच 33 नंबर की बर्थ को एक यात्री ने भी दावा पेश किया. इस पर खुद को CRPF का लोग कहने वाले लोगों ने बदसलूकी करने लगे. इस बीच कुछ महिला यात्रियों ने इनलोगों से लोवर बर्थ देने को कहा, तो ये लोग इन महिला यात्रियों को भी धमकाने लगा. इससे पूरे कोच में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी.
खुद को CRPF का लोग बताने वालों ने यात्रियों को दी धमकी
इस दौरान ये लोग यात्रियों को बार-बार ट्रेन से उतारने की धमकी भी दे रहे थे. इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. इसके बाद पुरुष यात्रियों ने बीच-बचाव की कोशिश करते हुए स्थिति को शांत कराया. बता दें कि यह मामला कोच B1 के बर्थ 25 से 30 और 33 को लेकर था. जिस 33 नंबर बर्थ को लेकर नोकझोक हुई, वो रेल रिकॉर्ड में रणकेंद्र सिंह के नाम से दर्ज है.
रेलवे सुरक्षा पर उठे सवाल
दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस में हुए हंगामे के बाद अब सवाल उठने लगा है कि रेल सुरक्षा की जिम्मेवारी किसकी है. इस दौरान रेलवे सुरक्षा बल कहीं नजर नहीं आये. इस ट्रेन के यात्री अब रेल मंत्री से सवाल करने लगे हैं कि ऐसे में एक्सप्रेस ट्रेन में सुरक्षित यात्रा कैसे कर पाएंगे, जबकि इतना होने के बाद भी RPF ने कोई एक्शन नहीं लिया.