Indian Railways News: रांची, बिपिन-भारतीय रेलवे ने दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों को अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया. इन्होंने अपनी सूझबूझ से कई लोगों की जिंदगी बचायी है. नयी दिल्ली के भारत मंडपम में समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव उपस्थित थे.
इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक दी ट्रेन
सीनियर मोटरमैन कमलेश रे ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी और एक बड़ी अनहोनी टल गयी. वह 31 अगस्त 2023 की रात ईएमयू (ट्रेन संख्या 38727) चला रहे थे. यूनिट संख्या- 719 से 722 जब देर रात ट्रेन रवाना हुई. 02.49 बजे तक सीडी जोन (सावधानी आदेशानुसार वाला क्षेत्र) 45 किमी प्रति घंटा की गति से ट्रेन अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ रही थी. अचानक मोटरमैन कमलेश रे ने देखा कि ट्रैक पर अवांछित सामग्री (लंबे लोहे की पट्टी) पड़ी हुई थी. उन्होंने तुरंत ट्रेन रोकने के लिए आपातकालीन (इमर्जेंसी) ब्रेक लगा दी. 02.51 बजे ट्रेन को संभावित दुर्घटना वाली जगह से 10-15 मीटर पहले ही सफलतापूर्वक रोक दिया गया और इसकी सूचना ट्रेन मैनेजर के साथ रेलवे के सभी वरीय पदाधिकारी को दी गयी. बड़ी संख्या में आम लोगों के जान-माल की रक्षा करने के लिए कमलेश रे को भारतीय रेलवे ने अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया. कमलेश रे (लोको पायलट, पास/मोटरमैन इलेक्ट्रिकल, खड़गपुर मंडल दक्षिण पूर्व रेलवे) हैं.
सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
खड़गपुर रेल मंडल के सीनियर सेक्शन इंजीनियर गोपा बंधु शेट्टी ने पिछले साल के आखिर में तीन अक्तूबर-2023 में दूरदर्शिता का परिचय दिया. पैदल निरीक्षण के दौरान उन्हें कुछ गड़बड़ी दिखी. उन्होंने उसकी पहचान करते हुए फौरन इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दी. उन्होंने स्थिति का आकलन किया और तुरंत 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर ब्रेक लगा दी. ऐसा कर उन्होंने संभावित बड़ी दुर्घटना को टाल दिया. जीबी शेट्टी के इस सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया. गोपा बंधु शेट्टी सीनियर सेक्शन इंजीनियर, खड़गपुर (दक्षिण पूर्व रेलवे) हैं.
इन्हें मिला अतिविशिष्ट रेलवे सेवा पुरस्कार
चक्रधरपुर मंडल में जूनियर इंजीनियर सिग्नल (दक्षिण पूर्व रेलवे) के अभिषेक कुमार को अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्होंने न केवल अपनी इंजीनियरिंग ड्राइंग के बल पर डिपार्टमेंट में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई बल्कि इंजीनियरिंग सिग्नलिंग ड्राइंग, सर्किट ड्राइंग, केबल रूट प्लान, इंटरलॉकिंग के कई महत्वपूर्ण काम को तय समय के पहले ही पूरा कर लिया. डिवीजन में पांच नए रेलवे स्टेशनों का तय समय पर प्राथमिकता के आधार पर कमिश्निंग का कार्य समय से पहले पूरा किया गया. चक्रधरपुर रेल मंडल में कई रेल-रोड फाटक को इंटरलॉक के काम को भी समय पर पूरे किए गए. 2023 में आसनबोन, सलगाझारी (पूर्व), जरोली, जरोली-ए एसआईपी शामिल है. इसमें ड्राइंग की भूमिका अहम होती है. वह टाटा स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेनों के लिए आयोजित प्रधानमंत्री के उद्घाटन समारोह कार्यक्रम का हिस्सा बने. भारतीय रेल ने उन्हें इस काम के लिए अतिविशिष्ट रेलवे सेवा पुरस्कार के लिए चयनित किया.
अक्षय कुमार नायक की ये है उपलब्धि
अक्षय कुमार नायक चक्रधरपुर मंडल में संकेतक और दूरसंचार अभियंता (दक्षिण पूर्व रेलवे) हैं. उन्होंने चक्रधरपुर मंडल में कई नए काम को बेहतर ढंग से निष्पादन किया. इससे ट्रेनों के आवागमन में सुविधा पैरों के ट्रेनों के परिचालन में सुगमता और सुरक्षा के उपाय को शामिल किया गया. आठ स्टेशनों के पुनरुद्धार के तकनीकी कार्यों को मूर्तरूप दिया. इससे ट्रेनों के परिचालन में सुविधा और सुरक्षा में वृद्धि हुई. छह रेल- रोड फाटक का इंटरलॉकिंग के काम को पूरा किया गया. इससे रोड से गुजरने वाले वाहनों को सुरक्षा सुनिश्चित हुई.
सराहनीय कार्य के लिए पुरस्कार
जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, वर्कशॉप, चक्रधरपुर मंडल-राउरकेला, दक्षिण पूर्व रेलवे के रामचंद्र पात्रा को भी इन पुरस्कारों की श्रेणी में रखा गया. उन्होंने पिछले ओरगा यार्ड, नोआगांव यार्ड, नोआगांव-ओरगा सेक्शन के कमिश्निंग के महत्वपूर्ण काम को पूरा किया. राउरकेला यार्ड, मुरी फिक्शन यार्ड के काम के साथ ही राउरकेला यार्ड में 48मी पोर्टल इरेक्शन, सीएफओआरजीए यार्ड सहित इन सभी पूरा हुए, परिणामस्वरूप ट्रेन परिचालन में सुधार हुआ जिससे रेलवे को अधिक आय बढ़ी. इनके सेवाकाल में कोई भी विद्युत दुर्घटना या ओएचई-टीआरडी कार्य में कोई खराबी नहीं आई.
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मिथुन मंजू नाथ की ये है उपलब्धि
मिथुन मंजू नाथ, गार्डन रिच स्थित मैकेनिक डिपार्टमेंट (ऑफिस सुरिटेंडेंट) से जुड़े हैं. उन्होंने चीन में आयोजित एशियन गेम 2023 में रजत पदक (सिल्वर मेडल) हासिल किया. उन्हें यह पुरस्कार भारतीय रेल में खेल प्रतिस्पर्धा के लिए अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उनकी उपलब्धियों में सीनियर नेशनल (बैडमिंटन) एकल चैम्पियनशिप 2022-23 – चैंपियन, सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप 2023-24- कांस्य, राष्ट्रीय खेल 2023 (गोवा) में कांस्य और म्यांमार में सुपर 100 सीरीज में उत्कृष्ट भागीदारी.
सीनियर डीसीएम विकास कुमार भी सम्मानित
झारखंड के आद्रा डिवीजन के सीनियर डीसीएम विकास कुमार को भी नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वह डिवीजन के सामान, कोचिंग और एनएफआर आय में सुधार करने के लिए बेहतर काम किया. उनकी कुछ उपलब्धियों में ऑडिट के दौरान बीसीसीएल पर लंबे समय से बकाया 6.30 करोड़ रुपये की वसूली, सफाई कॉन्ट्रैक्ट में पिछले अनुबंध मूल्य की तुलना में 8.64 करोड़ की बचत, डिवीजन के यात्री आय पिछले वर्ष की तुलना में 13.62% की वृद्धि, एनएफआर की कमाई पिछले साल की तुलना में 81.19% अधिक और गुड्स आय में लक्ष्य से 15.76% अधिक रहा.