Jharkhand to Ayodhya Train: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होना है. इसकी तैयारी जोर-शोर से हो रही है. प्राण-प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान जारी है. अब महज कुछ दिन ही शेष रह गए हैं. इस भव्य समारोह में शामिल होने के लिए राजनीति, खेल, शिक्षा, साहित्य जगत की कई हस्तियों, वैज्ञानिकों, साधु-संतों और भगवान श्रीराम में अनोखी आस्था रखने वालों को निमंत्रण भेजा जा रहा है. कई श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए पैदल निकल पड़े हैं. अयोध्या जाने वाली ट्रेनों में सीटें फुल हो गई हैं. देश की एक बड़ी आबादी भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए आतुर है. ऐसे में से देशभर से करीब 500 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. इनमें से कई ट्रेनों का परिचालन झारखंड से भी किया जा रहा है. ताकि झारखंड के भी अधिक से अधिक लोग रामलला के दर्शन कर सके.
झारखंड से अयोध्या के लिए ट्रेन के परिचालन को लेकर रेलवे बोर्ड की ओर से दक्षिण-पूर्व रेल मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है. इस संबंध मुख्यालय के अधिकारी ने बताया कि रेलवे बोर्ड को अयोध्या के लिए ट्रेन चलाने का प्रस्ताव भेजा गया है. इसमें ट्रेन के लिए प्रस्तावित रूट टाटा से राऊरकेला, हटिया, रांची, मुरी, बोकारो, गया, डीडीयू (मुगलसराय) होते हुए अयोध्या रखा गया है. ट्रेन की समय सारिणी और परिचालन की तिथि को लेकर जल्द निर्णय लिया जायेगा. उन्होंने उम्मीद जतायी कि 22 जनवरी को प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद इस माह के अंत तक ट्रेन का परिचालन शुरू हो सकता है.
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने जमशेदपुर बागबेड़ा ट्रैफिक कॉलोनी के दो युवक गुरुवार को साइकिल से रवाना हुए. रोहित तिवारी और प्रिंस मिश्रा साइकिल से 766 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर राम मंदिर का दर्शन करेंगे. गुरुवार को बागबेड़ा सुभाष चौक से अयोध्या के लिए साइकिल से निकले दोनों युवकों को भाजपा नेता नीतीश कुमार ने अंग वस्त्र एवं माला पहनाकर रवाना किया. रोहित तिवारी व प्रिंस मिश्रा ने कहा कि उनकी इच्छा है कि वे साइकिल से वहां पहुंचें और भगवान श्रीराम के दर्शन करें.