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झारखंड : देश का लोकतंत्र खतरे में है, सीएम हेमंत बोले- सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष जरूरी

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा दिल्ली में आयोजित सामाजिक न्याय महासंघ की पहली राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस को ऑनलाइन संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि देश का लोकतंत्र खतरे में है. आज भी अपने अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 4, 2023 5:00 AM
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Jharkhand News: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है. देश को आजाद हुए 75 साल हो चुके हैं और हम आज भी सामाजिक न्याय को लेकर चिंतित हैं. जहां एक तरफ देश को अमृतकाल और विश्व गुरु की संज्ञा दी जा रही है. उस स्थिति में आज हमलोग सामाजिक न्याय मांग रहे हैं. जहां केंद्र सरकार की गलत नीति और निर्णयों के वजह से देश की लोकतांत्रिक ढांचा ध्वस्त होती दिख रही है वहीं आज एसटी, एससी, माइनॉरिटी, ओबीसी एवं महिलाओं के हक-अधिकारों की संरक्षा के लिए हम सभी को एक प्लेटफार्म में आकर संघर्ष करना पड़ रहा है.

देश का लोकतंत्र खतरे में है

सीएम हेमंत ने कहा कि भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, लेकिन अभी देश का लोकतंत्र खतरे में है. सीएम सोमवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा दिल्ली में आयोजित सामाजिक न्याय महासंघ की पहली राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे. सीएम ने कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई को जब मैं देखता हूं तब मुझे दिशोम गुरु शिबू सोरेन की संघर्षमय यात्रा याद आती है.

अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा

जब देश की आजादी का सपना देखा जा रहा था, उससे पहले ही यहां के आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़नी शुरू कर दी थी. दुर्भाग्यवश आज फिर हम उसी जगह में अपने आप को खड़ा देख रहे हैं, जहां से हमारे पूर्वजों ने संघर्ष की शुरुआत की थी. हक- अधिकार लेने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

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फूट डालो और राज करो की स्थिति बनी है

श्री सोरेन ने कहा कि देश की स्थिति यह है कि अब लोग पीडीएस अनाज पर जीने के लिए मजबूर हो रहे हैं. फूट डालो और राज करो की स्थिति बनी है, जो चिंता का विषय है. आज देश में ना काम करूंगा ना करने दूंगा की राजनीति हो रही है. देश में लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में अलग-अलग तरह से भेदभाव किया जा रहा है. यही वजह है कि आज सोशल जस्टिस को लेकर हम लोगों को एक मंच में आकर विमर्श करने की जरूरत पड़ रही है.

इन दलों के प्रमुख नेता रहे मौजूद

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व में कांफ्रेंस आयोजित की गयी. इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सीपीआइएम के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी, सीपीआइ के जनरल सेक्रेटरी डी राजा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला सहित देश के कई दिग्गज नेता शामिल हुए.

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