रांची विवि में पांच करोड़ की लागत से बनेगा इनोवेशन सेंटर : कुलपति
रांची विवि में शीघ्र ही पांच करोड़ रुपये की लागत से इनोवेशन सेंटर की स्थापना की जायेगी. कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि रांची विवि नयी शिक्षा नीति के तहत के तहत विद्यार्थियों के ज्ञान को विकसित करने, उन्हें हुरनमंद और कौशलपूर्ण बनाने के उद्देश्य से इनोवेशन सेंटर बनाया जा रहा है.
रांची (विशेष संवाददाता). रांची विवि में शीघ्र ही पांच करोड़ रुपये की लागत से इनोवेशन सेंटर की स्थापना की जायेगी. कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि रांची विवि नयी शिक्षा नीति के तहत के तहत विद्यार्थियों के ज्ञान को विकसित करने, उन्हें हुरनमंद और कौशलपूर्ण बनाने के उद्देश्य से इनोवेशन सेंटर बनाया जा रहा है. कुलपति ने कहा है कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर और नियोक्ता बनाने के उद्देश्य से व्यावसायिक शिक्षा के प्रोत्साहन की दिशा में भी प्रमुखता से कार्य कर रहा है. कुलपति सोमवार को आइक्वेक सेंटर में नैक से संबंधित रिपोर्ट की समीक्षा कर रहे थे. कुलपति ने कहा कि विवि अंतर्गत सभी कॉलेजों में कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापना पूरी कर ली गयी है. यह भारत सरकार की डिजिटल भारत योजना के अंतर्गत लागू किया गया है. सीएसइ एडुकेशन सर्विस के साथ एमओयू करनेवाला रांची विवि पहला विवि बना है. कुलपति ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं तथा लिपियों के प्रोत्साहन, संरक्षण और संवर्द्धन के लिए नौ क्षेत्रीय भाषाओं के अलग-अलग विभाग स्थापित करके झारखंड की बहुरंगी पहचान को साकार करने का प्रयास किया जा रहा है. समाज के नीचले पायदान पर खड़े ग्रामीण, आदिवासी, दलित और वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण सार्वजनिक शिक्षा उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है. भारत सरकार के पांच आकांक्षी जिले यथा खूंटी, रांची, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा जिला के आदिवासी बाहुल्य के साथ-साथ अशिक्षा, बेरोजगारी, मानव तस्करी, पलायन ,बाल वे महिला अपराध आदि जैसी समस्याओं और चुनौतियों पर बारीकी से काम करने का जिम्मा संबंधित क्षेत्र के कॉलेजों के विद्यार्थियों को दिया गया है. कुलपति ने कहा कि विवि में गुणवत्तायुक्त शोध कार्य के लिए कई कदम उठाये गये हैं. इस अवसर पर आइक्वेक से सभी सदस्य उपस्थित थे.