Jharkhand news: पलामू के नावा बाजार थाना में दारोगा लालजी यादव की संदेहास्पद मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठने लगी है. इसी कड़ी में झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. मंत्री श्री ठाकुर ने सीएम के अलावा इसकी प्रति मुख्य सचिव एवं डीजीपी को भी भेजी है.
पत्र में कहा गया है कि जिन परिस्थितियों में दारोगा लालजी यादव ने सुसाइड की है, उसे लेकर पूरे पलामू प्रमंडल समेत राज्य के अन्य जगहों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस मामले को लेकर लाेग अपने-अपने तरीके से आकलन कर रही है. कहा कि इस घटनाक्रम से उपजे विवाद एवं भ्रम की स्थिति पर राज्य सरकार इन दोनों मामलों को लेकर उच्च स्तरीय जांच कराये, ताकि दारोगा लालजी यादव के परिजनों को न्याय मिल सके.
इधर, मृतक लालजी यादव का शव उनके पैतृक गांव साहिबगंज जिला के कबूतरखोपी पहुंचने से पूरा इलाका गमगीन हो गया. विरोध में लोगों ने स्थानीय साक्षरता चौक के समीप सड़क जाम कर दिया. साथ ही पलामू एसपी, डीटीओ और एसडीपीओ के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे.
काफी देर बाद बरहेट विधायक के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा जाम स्थल पर पहुंच कर हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया था. इसके बाद ही जाम को हटाया गया. इस दौरान लोगों ने इस मामले की CBI जांच की मांग के अलावा मृतक के आश्रित को मुआवजा और सरकारी नौकरी, पलामू एसपी को तत्काल हटाने और शहीद स्थल बनाने की मांग की थी.
बता दें कि इस घटना के बाद दारोगा लालजी यादव के परिजनों ने भी हत्या की आशंका व्यक्त की है. परिजनों ने भी पलामू एसपी समेत डीटीओ और एसडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पलामू रेंज के डीआई राजकुमार लकड़ा को लिखित शिकायत की थी. इस पर डीआईजी ने जांच पड़ताल कर कानून सम्मत कार्रवाई की आश्वासन दिया था.
Posted By: Samir Ranjan.