profilePicture

आज से झारखंड में चलेगा एक माह का बीमा करायें अभियान, ग्रामीण विकास सचिव ने दिया निर्देश

ग्रामीण विकास सचिव डॉ मनीष रंजन ने दिया आदेश. प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना एवं आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ने का दिया गया है निर्देश

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2021 12:29 PM
an image

insurance awareness campaign in jharkhand रांची : ग्रामीण विकास सचिव डॉ मनीष रंजन ने सभी उपायुक्तों को एक महीने का बीमा करायें अभियान : सुरक्षित भविष्य, सुखी परिवार को संचालित करने का निर्देश दिया है. यह अभियान सात अगस्त से सात सितंबर तक चलेगा. सचिव ने उपायुक्तों को स्वयं सहायता समूह से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं व उनके पतियों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना एवं आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ने के लिए कहा है.

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के लिए प्रीमियम की राशि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रति सदस्य 350 रुपये अपने समूह से ब्याज मुक्त कर्ज के रूप में ले सकेंगी. बीमा कराएं अभियान के तहत स्वयं सहायता समूह के दावा निबटान में तेजी लाने के लिए दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत सामुदायिक कैडरों को प्रति दावा निबटान के लिए एक हजार रुपये के भुगतान का प्रावधान पूर्व से किया गया है.

बैंक सखी व बीसी सखी के जरिये क्लेम सेटलमेंट के कार्यों में तेजी लायी जा सकेगी. सचिव द्वारा उपायुक्तों व डीडीसी को दिये गये आदेश में जिलों व प्रखंडों में अभियान संचालित करते हुए एलडीएम, बैंकर्स व जेएसएलपीएस अधिकारियों को निदेशित करने के लिए कहा गया है. अभियान के एक माह तक विशेष नामांकन और दावा निबटान अभियान चलाने का निर्देश भी दिया है.

अभियान के दौरान 70 फीसदी से ज्यादा लक्ष्य प्राप्त करने वाले प्रखंडों एवं जिलों को अभियान के अंत में सम्मानित करने का प्रावधान किया गया है. दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत राज्य में कुल 33 लाख ग्रामीण महिलाओं को 2.63 लाख सखी मंडलों में संगठित किया गया है. ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार स्वयं सहायता समूहों के सभी सदस्यों व उनके पतियों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना से जोड़ा जाना है.

इसके अलावा करीब 70 फीसदी सदस्यों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना से और 10 से 15 फीसदी सदस्यों को अटल पेंशन योजना से भी जोड़ना है.

Next Article

Exit mobile version