झारखंड के 62 अंगीभूत कॉलेजों में बंद होगी इंटर की पढ़ाई, जैक ने शिक्षा विभाग को भेजी रिपोर्ट
यूजीसी के निर्देश और नयी शिक्षा नीति के तहत राज्य के 62 अंगीभूत कॉलेजों में अब इंटर की पढ़ाई नहीं होगी. इसके बावजूद विद्यार्थियों को पढ़ाई में कोई परेशानी नहीं होगी. जैक ने इंटरमीडिएट में नामांकन को लेकर शिक्षा विभाग को रिपोर्ट भेज दी है.
Jharkhand News: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइडलाइन और नयी शिक्षा नीति-2020 के तहत राज्य के अंगीभूत कॉलेजों में अब इंटरमीडिएट की पढ़ाई नहीं हो पायेगी. यानी नये सत्र से इन कॉलेजों में इंटरमीडिएट में नये विद्यार्थियों का नामांकन नहीं होगा. हालांकि, इस स्थिति में भी राज्य में इंटरमीडिएट की लगभग 1.5 लाख सीटें खाली रह जायेंगी. फिलहाल, राज्य के 62 कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई हो रही है.
विद्यार्थियों को एडमिशन में नहीं होगी परेशानी
यूजीसी की गाइडलाइन और नयी शिक्षा नीति के आलोक में सरकार द्वारा लिये गये निर्णय के अनुरूप झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने उक्त अंगीभूत कॉलेजों में इंटरमीडिएट में नामांकन, कॉलेज के आसपास के प्लस टू स्कूलों और इंटरमीडिएट कॉलेज में उपलब्ध सीटों की जानकारी शिक्षा विभाग को उपलब्ध करा दी है. जैक द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, अंगीभूत कॉलेजों में इंटरमीडिएट में हर साल लगभग 90 हजार विद्यार्थी नामांकन लेते हैं. अंगीभूत कॉलेजों में होनेवाले नामांकन के अलावा राज्य में इंटरमीडिएट की लगभग 5.50 लाख सीटें हैं. ऐसे में अगर अंगीभूत कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई बंद भी हो जाती है, तो विद्यार्थियों को नामांकन में परेशानी नहीं होेगी.
इसलिए लिया गया यह निर्णय
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत वर्तमान की प्लस टू शिक्षा को नये तरीके से पुनर्गठित किया गया है. नयी शिक्षा नीति में उच्च माध्यमिक कक्षा में नौवीं से 12वीं तक की पढ़ाई को शामिल किया गया है. अंगीभूत कॉलेजों में उच्च माध्यमिक कक्षा में केवल 11वीं व 12वीं पढ़ाई होती है. कॉलेज में स्नातक स्तर से ही कक्षा का संचालन होना है.
चार लाख विद्यार्थी मैट्रिक में हुए पास
राज्य में हर साल करीब 3.50 लाख से चार लाख विद्यार्थी मैट्रिक पास करते हैं. वर्ष 2023 में जैक बोर्ड से 4,07,559 विद्यार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा पास की है. अगर ये सभी विद्यार्थी इंटर में नामांकन लेते हैं, तब भी स्कूल व इंटर कॉलेजों में लगभग 1.5 लाख सीटें खाली रह जायेंगी. बता दें कि राज्य में तीन से साढ़े तीन लाख विद्यार्थी ही इंटर की परीक्षा देते हैं.
राज्य गठन के बाद खुले 576 प्लस टू स्कूल
राज्य गठन के समय झारखंड में मात्र 59 प्लस टू स्कूल थे. आज इन विद्यालयों की संख्या 635 हो गयी है. राज्य गठन के बाद 576 प्लस टू विद्यालय खुले हैं. विद्यालयों में 3120 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी है. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आवेदन जमा लिया गया. अगस्त तक शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो जायेगी.
कॉलेजों ने नहीं शुरू की है नामांकन प्रक्रिया
झारखंड एकेडमिक काउंसिल, सीबीएसइ और आइसीएसइ तीनों बोर्ड के द्वारा कक्षा 10वीं का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. पूर्व के वर्षों में मैट्रिक का रिजल्ट जारी होने के बाद कॉलेजों में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाती थी. इस वर्ष अब तक कॉलेजों के द्वारा नामांकन को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गयी है.