ranchi news : प्रबंध के काम में डिजिटलाइजेशन देगा नवाचार और विचार को बढ़ावा : डॉ चितरंजन
ranchi news : आइआइएम रांची में बुधवार को तीन दिवसीय पीओएमएस इंडिया इंटरनेशनल कांफ्रेंस की शुरुआत हुई. तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस के 29 सत्रों में 324 शोध पत्र पेश किये जायेंगे.
आइआइएम रांची में इंटरनेशनल कांफ्रेंस
रांची. आइआइएम रांची में बुधवार को तीन दिवसीय पीओएमएस इंडिया इंटरनेशनल कांफ्रेंस की शुरुआत हुई. निदेशक प्रो दीपक श्रीवास्तव ने कांफ्रेंस के विषय : ”रीइमेजिंग फ्यूचर ऑफ ऑपरेशंस फॉर रेसिलिएंसे एंड सस्टेनेबिलिटी इन ए डिजिटल वर्ल्ड” पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि प्रबंध (ऑपरेशंस) का काम आसान नहीं है. यंग लीडर्स अपने विचारों और प्रबंधन कौशल से इसे बेहतर बना सकते हैं. वर्तमान दौर बदलाव का है, जिसमें डिजिटल लगातार हस्तक्षेप कर रहा है. ऐसे में प्रबंधन के काम में भी बदलाव की जरूरत है. यह कांफ्रेंस बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा. कांफ्रेंस के उद्घाटन सत्र में बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के पार्टनर सह निदेशक डॉ चितरंजन झा और पीओएमएस इंडिया चैप्टर के अध्यक्ष प्रो साजीव ए जॉर्ज शामिल हुए. डॉ चितरंजन ने कहा कि विकास की परिवर्तनशील प्रवाह में डिजिटल युग का प्रवेश हो चुका है. इसमें टिके रहने के लिए अपने विचार की सीमा के साथ नवाचार को बढ़ावा देना होगा. डिजिटलाइजेशन काम को आसान बनाने के लिए उपयोगी है. इसमें प्रबंधन कौशल और प्रबंध के तौर-तरीके को सीख कर आगे बढ़ने की जरूरत है.21 देश से चुने गये 324 शोधपत्र पर होगी चर्चा
तीन दिवसीय कांफ्रेंस के लिए 21 देशों से 330 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस के 29 सत्रों में 324 शोध पत्र पेश किये जायेंगे. पहले दिन विद्यार्थियों और शोधार्थियों को उच्च स्तरीय शोधपत्र तैयार करने के कौशल से परिचय कराया गया. परिचर्चा सत्र की शुरुआत ””अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता : भारत के विद्वानों की दृष्टिकोण से”” पर चर्चा के साथ हुई. प्रो रचना शाह, प्रो देबजीत और प्रो श्रीराम ने सफलता के मूलमंत्र साझा किये. इसके बाद भविष्य में काम : डिजिटल व्यवसाय के परिवेश में आवश्यक कौशल पर आइआइएम रांची के निदेशक प्रो दीपक श्रीवास्तव, प्रो मनोज तिवारी, प्रो मित्री, प्रो विनीता ए सहाय, प्रो फादर सेबास्टियन जॉर्ज ने विचार दिये. वहीं, प्रो गल रेज, प्रो रचना और प्रो बाला शेट्ठी ने ””हाउ टू राइट ए हाइ-क्वालिटी ओएम रिसर्च पेपर”” विषय पर सुझाव दिये. इस अवसर पर प्रो आनंद कुमार, प्रो अंबुज आनंद, प्रो अंग्शुमन हजारिका, प्रो नितिन सिंह, प्रो अमित सचान, प्रो ससाधर बेरा, प्रो सुब्रो सरकार, प्रो प्रीति रे, प्रो तुहिन सेनगुप्ता, प्रो स्वेता झा समेत अन्य मौजूद थे. कांफ्रेंस का समापन छह दिसंबर को होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है