रांची : आज के दौर में योग से स्वास्थ्य लाभ तो हो ही रहा है, वहीं यह प्रोफेशन या पेशे के तौर पर बेहतर विकल्प के रूप में भी सामने आ रहा है. देश में जहां हजारों योग प्रशिक्षक अपनी प्रतिभा से रोजगार पा रहे हैं, वहीं विदेशों में भी प्रशिक्षण देकर वह लाखों की कमाई कर रहे हैं. झारखंड के ही ऐसे 200 से अधिक योग प्रशिक्षक हैं, जो विदेशों में औसतन प्रति माह लाख से डेढ़ लाख रुपये कमा रहे हैं. सबकी कमाई जोड़ दी जाये, तो यह करीब ढाई करोड़ रुपये हो जायेगी.
इसमें कोई चीन और वियतनाम में है, तो कोई थाइलैंड व बैंकॉक में. जानकारी के अनुसार, यहां के सबसे अधिक 50 योग प्रशिक्षक वियतनाम में प्रशिक्षण दे रहे हैं. वह योग का प्रचार -प्रसार करने के साथ देश और राज्य का भी नाम रोशन कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार, इन देशों में स्वास्थ्य के प्रति लोग जागरूक हैं. इनका मानना है कि योग के माध्यम से ही निरोग रहा जा सकता है. इसका कोई दुष्प्रभाव भी शरीर पर नहीं पड़ता. वहां के अधिसंख्य लोगों की दिनचर्या योग से ही शुरू होती है.
वियतनाम में प्रशिक्षण दे रहे रांची के योग प्रशिक्षक गौरव शर्मा का कहना है कि शुरुआत में यहां आकर प्रशिक्षण देने में 60 हजार से शुरुआत होती है, लेकिन जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है, वैसे-वैसे पैसा भी बढ़ जाता है. औसतन लाख से डेढ़ लाख रुपये प्रति माह योग गुरु कमा लेते हैं. दो चार योग गुरु ऐसे भी हैं जो प्रति महीने आठ लाख रुपये तक कमा लेते हैं.
झारखंड के योग प्रशिक्षक अलग-अलग देशों में योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं. इसमें सबसे अधिक 50 वियतनाम में हैं. इनमें बीजिंग और मकाउ में गिरीश, सतीश, प्रेम व राजू, हॉगकांग में रितेश गुप्ता और मकाउ में धीरज व मनोज हैं.
वहीं वियतनाम में राधे, अभिषेक, राहुल शर्मा, गौरव शर्मा, शुभम किशोर, रोहित शर्मा, शिव कुमार, विकास कुमार, अनुज कुमार प्रशिक्षक के रूम में काम कर रहे हैं. वहीं रांची की प्रीति कुमारी बैंकॉक में योग प्रशिक्षक के रूप में पिछले छह वर्ष से काम कर रही हैं. ये सभी बचपन से ही योग के खिलाड़ी रहे हैं और योग चैंपियनशिप में पदक जीतने के बाद बेहतर करियर के लिए विदेशों में प्रशिक्षक बन गये हैं, जिसके बाद ये अपनी प्रतिभा से बेहतर कर रहे हैं.
Posted By : Sameer Oraon