Internet Shutdown Jharkhand: फनडे पर मजा हुआ किरकिरा, ऑनलाइन व्यवसाय से लेकर गरीब भी हुए प्रभावित

इंटरनेट बंद रहने के कारण रविवार को ऑनलाइन व्यवसाय से लेकर गरीब भी प्रभावित रहा. गरीबों जहां राशन नहीं मिल पाया तो वहीं परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2024 9:41 AM
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Internet Shutdown Jharkhand, रांची : संडे इज फनडे, लेकिन यह दिन फन से ज्यादा परेशानी का सबब बना. जेएसएससी सीजीएल परीक्षा के कारण लगातार दूसरे दिन रविवार को इंटरनेट सेवा ठप रही. इंटरनेट के बिना सप्ताहांत की छुट्टी का मजा किरकिरा हो गया. ज्यादातर लोग परेशान रहे कि बाहर निकलने के लिए पास में पर्याप्त कैश नहीं है. ऐसे में नेट ठप था, तो लोग घरों में ही बैठे रहे. रविवार को ऑनलाइन का बाजार अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा उछाल पर रहता है. लोग मनपसंद व्यंजन ऑर्डर भी करते है, लेकिन इंटरनेट नहीं रहने के कारण इसकी भी गुंजाइश नहीं थी. बच्चों के खेलने के लिए गेम भी नहीं था. शनिवार को तो जैसे-तैसे कट गयी, लेकिन रविवार को नेटबंदी काफी अखरा.

फनडे पर नेटबंदी आराम फरमाते दिखे कैब चालक

आम तौर पर रविवार को कैब चालक व्यवसाय के लिहाज से व्यस्त रहते हैं. इस दिन आम दिनों से ज्यादा लोगों की आवाजाही होती है. लेकिन, इंटरनेट सेवा बंद रहने के कारण कैब चालक जहां-तहां आराम फरमाते दिखे. क्योंकि कैब बुकिंग ऐप नहीं चल रहा था. रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा व बस स्टैंड पर कैब चालक यात्री ढूंढने में जुटे हुए थे. इस वजह से ऑटो चालकों से हल्की नोक-झोक भी हुई. कई कैब चालकों का कहना था कि सरकार को नेट सेवा पर आधारित व्यवसाय को देखते हुए ही निर्णय लेना चाहिए. नेट ठप रहने से हमलोगों की रोजी-रोटी प्रभावित होती है.

ऑनलाइन व्यवसाय दूसरे दिन भी प्रभावित

रविवार को रेस्टोरेंट का ऑनलाइन बिजनेस पूरी तरह चरम पर रहता है. लोग छुट्टी के दिनों में बड़ी संख्या में दोपहर का खाना ऑर्डर करते हैं. जबकि, इंटरनेट बंद रहने के कारण बाजार प्रभावित हुआ. रेस्टोरेंट और क्लाउड किचन में सन्नाटा पसरा रहा. पुरुलिया रोड स्थित एक रेस्टोरेंट से मिली जानकारी के मुताबिक सामान्यतया रविवार को दोपहर एक बजे तक 100 से अधिक ऑर्डर मिलते हैं. लोग दोपहर के भोजन में आम दिनों की तुलना में एक से ज्यादा डिश का ऑर्डर करते हैं. ऑर्डर न मिलने से हजारों रुपये का नुकसान हुआ ही है. साथ ही डिलिवरी ब्वॉय का रोजगार प्रभावित हुआ.

गूगल मैप रहा ठप, परीक्षार्थी हुए परेशान

सीजीएल प्रवेश परीक्षा के दूसरे दिन ज्यादातर परीक्षार्थी रांची व आस-पास के प्रखंड से पहुंचे थे. इंटरनेट सेवा के बिना परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में परीक्षार्थियों को काफी परेशानी हुई. इंटरनेट सेवा बहाल रहती तो गूगल मैप के जरिये परीक्षार्थी आसानी से निर्धारित केंद्र पर पहुंच जाते. लेकिन यह विकल्प नहीं रहने के कारण ऑटोवालों के सहारे या किसी परिचित से पूछताछ कर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचे. कई परीक्षार्थियों को केंद्र पर पहुंचने में विलंब भी हुआ. इससे पेपर भी प्रभावित हुआ.

दूसरे दिन भी रेल और हवाई यात्री रहे परेशान

राज्य में लगातार दूसरे दिन भी जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को लेकर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी. इस कारण विमान व रेल यात्री परेशान रहे. एयरपोर्ट पर मोबाइल में नेटवर्क नहीं रहने से यात्री डीजी यात्रा ऐप का उपयोग नहीं कर पाये. वहीं, यात्रियों ने एयरलाइंस के काउंटर पर ई-टिकट डाउनलोड नहीं होने की भी जानकारी दी. साथ ही कहा कि ई-बोर्डिंग भी नहीं हो रहा है. इसके बाद एयरलाइंस कंपनियों के कर्मियों ने यात्री के नाम के आधार पर टिकट जारी किया. इसके बाद यात्रियों को एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग में प्रवेश करने की अनुमति मिली. इधर, एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना था कि एयरपोर्ट परिसर में इंटरनेट चल रहा था. इधर, इंटरनेट सेवा बंद होने से रांची व हटिया रेलवे स्टेशन के टिकट आरक्षित काउंटर पर आम दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ देखी गयी.

इंटरनेट बंद रहने से गरीबों को बिना राशन लौटना पड़ा

जेएसएससी की परीक्षा को लेकर राज्य सरकार की ओर से इंटरनेट सेवा बंद किये जाने का असर राशन वितरण पर भी पड़ा. इंटरनेट नहीं रहने की वजह से गरीबों को राशन नहीं मिला. उन्हें बिना राशन लिये लौटना पड़ा. फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन के रांची जिलाध्यक्ष ज्ञानदेव झा ने कहा कि इंटरनेट सेवा बंद रहने की जानकारी नहीं रहने के कारण कई राशन कार्डधारी पीडीएस दुकान पहुंचे, लेकिन इंटरनेट सेवा प्रभावित रहने के कारण उन्हें लौटना पड़ा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को पूरी तरह से इंटरनेट सेवा को बंद करने के बजाय परीक्षा केंद्र पर वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए.

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ऑनलाइन फूड बिजनेस, कैब सर्विस ई-रिक्शा और ऑटो सेवा रही प्रभावित

सीजीएल परीक्षा को लेकर दूसरे दिन रविवार को भी झारखंड में इंटरनेट सेवाएं ठप रहीं. इसका सबसे ज्यादा असर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर पड़ा. इससे लोगों को काफी परेशानी हुई. दो दिनों में राज्य भर में करीब दो लाख ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं हो सके. इससे करोड़ों रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ. हालांकि, बैंक, सरकारी कार्यालयों सहित कुछ निजी संस्थानों ने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क जैसे प्रौद्योगिकी उपकरणों के इस्तेमाल से शटडाउन से खुद को बचाये रखा.

हर वर्ग के लोग रहे परेशान :

मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद रहने से व्यापारी, छात्र और नौकरीपेशा लोगों के साथ ही समाज के लगभग हर वर्ग के लोग परेशान रहे. दुकानों में बिक्री पर भी असर पड़ा. वहीं, ऑनलाइन फूड बिजनेस, ऑनलाइन कैब सर्विस, लोकल ई-रिक्सा और ऑटो चालकों को भी इंटरनेट सेवा बंद रहने का खमियाजा भुगतना पड़ा. मोबाइल से पेमेंट नहीं होने से शॉपिंग मॉल से लेकर चाय दुकानदार, सब्जी-फल विक्रेता, ठेला-खोमचा लगाने वाले, रेहड़ी-पटरी और सड़क किनारे फुटपाथ दुकानदार सबसे ज्यादा प्रभावित हुए.

कैश पर निर्भर रहे लोग

इंटरनेट बंद रहने के कारण डिजिटल लेन-देन सेवा प्रभावित रही. इससे लोगों को काफी परेशानी हुई. लोगों पूरी तरह से कैश पर निर्भरता रही. इस कारण एटीएम में लोगों की भीड़ देखी गयी.

अगस्त में 48 लाख बार ऑनलाइन भुगतान

झारखंड में अगस्त माह में आइएमपीएस, एनइएफटी, आरटीजीएस आदि माध्यम से 48 लाख बार ऑनलाइन भुगतान किया गया. इसमें क्यूआर कोड स्कैन से किया जानेवाला पेमेंट शामिल नहीं है.

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