Ranchi news : रांची के आठ कोचिंग सेंटरों की जांच में कई कमियां हुईं उजागर

कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए पांच टीमें गठित की गयीं. जांच टीम विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उपायुक्त को सौंपेगी. कुछ कोचिंग सेंटर में फायर फाइटिंग की पर्याप्त व्यवस्था नहीं मिली.

By Prabhat Khabar News Desk | August 2, 2024 12:18 AM

रांची. दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद रांची जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. डीसी के निर्देश पर राजधानी में संचालित कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए पांच टीमें गठित की गयी हैं. गुरुवार को एक टीम ने एसडीओ उत्कर्ष कुमार के नेतृत्व में लालपुर स्थित पांच कोचिंग सेंटर राजहंस, महेंद्र क्लासेज, मोशन, विद्यापीठ (फिजिक्स वाला) और क्लेट एकेडमी की जांच की. वहीं, दूसरी टीम ने डीटीओ अखिलेश कुमार के नेतृत्व में बरियातू और बूटी मोड़ के तीन कोचिंग सेंटरों (सविद्या, इंटलैक्ट व प्रधान क्लासेस) का निरीक्षण किया. जांच में कई अनियमितता मिली है, जिसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है. हालांकि, जांच के दौरान प्रधान क्लासेस बंद पाया गया.

नगर निगम से मांगी गयी जानकारी

जांच के दौरान विद्यापीठ कोचिंग सेंटर का संचालन बेसमेंट में पाया गया. कोचिंग सेंटर संचालक का कहना था कि बिल्डिंग के नक्शा में बेसमेंट का व्यावसायिक उपयोग करने की अनुमति है. इसके बाद जांच टीम ने निगम से जानकारी मांगी है कि बेसमेंट के व्यावसायिक उपयोग की अनुमति किन मानक के हिसाब से दी गयी है. वहीं, कई कोचिंग सेंटर में फायर फाइटिंग की लचर व्यवस्था मिली. इस पर जवाब मांगा गया है. गौरतलब है कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आइएएस कोचिंग सेंटर में पानी भरने से तीन विद्यार्थियों की मौत हो गयी थी.

कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा मानकों की जांच का निर्देश

इधर, उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने गुरुवार को बैठक कर शहर के सभी कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा मानकों की जांच करने का निर्देश दिया. अधिकारियों को बताया गया कि कोचिंग सेंटरों में मानकों का उल्लंघन किया जा रहा है. इससे विद्यार्थियों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है. ऐसे में सभी कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा मानकों की जांच की जाये. पांचों टीम को कोचिंग सेंटरों की जांच कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है.

क्या-क्या जांच करनी है

कोचिंग सेंटर में विद्यार्थियों के लिए प्रवेश व निकास द्वार अलग-अलग है या नहीं. सीसीटीवी, क्षमता के अनुसार छात्रों की संख्या, फायर सेफ्टी, कोचिंग सेंटर के संचालन का मानक, श्रम मानकों का पालन, बिजली संबंधित सुरक्षा के उपाय, हेल्प डेस्क, नामांकित विद्यार्थियों की संख्या, पेयजल व शौचालय की व्यवस्था, आकस्मिक चिकित्सा, पार्किंग, भवन की स्थिति, भवन और बेसमेंट में सुरक्षा मानकों की स्थिति, आकस्मिक स्थिति से निपटने की तैयारी और शिकायत संबंधी पंजी देखने का निर्देश दिया गया है.

कौन टीम कहां जांच करेगी

पहली टीम : लालपुर व कांटाटोली के समीपवर्ती क्षेत्रदूसरी टीम : बरियातू व बूटी मोड़ के आसपास

तीसरी टीम : हिनू चौक व बिरसा चौक के इलाके मेंचौथी टीम : डोरंडा व एजी मोड़ के आसपास

पांचवीं टीम : मोरहाबादी व कांके के इलाके में

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