रांची. झारखंड हाइकोर्ट के आदेश के आलोक में हाइकोर्ट के अधिवक्ताओं की छह सदस्यीय समिति राजधानी की 648 बहुमंजिली इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच कर रही है. टीम ने कांके रोड, बरियातू रोड व लालपुर इलाके में जांच शुरू कर दी है. कमेटी के सदस्य ऑन स्पॉट यह देख रहे हैं कि इमारतों में लगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम वास्तव में काम कर रहा है या नहीं. जांच के बाद समिति हाइकोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगी. मामले की अगली सुनवाई 18 जून को होनी है.
ज्ञात हो कि दो-दो अधिवक्ताओं की तीन टीम बनायी गयी है. उक्त टीम में नगर निगम के एक-एक इंजीनियर व अन्य कर्मियों को भी रखा गया है. टीम के सदस्य निगम कर्मियों व मजदूरों के साथ बहुमंजिली इमारतों में जाकर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच कर रहे हैं. टीम स्लैब उखाड़ने के साथ-साथ सोख्ते की भी ऑन स्पॉट जांच कर रही है.ये हैं कमेटी में
जांच समिति में अधिवक्ता आसिफ खान, कुमार हर्ष, तरुण कुमार महतो, राहुल आनंद, बजरंग कुमार व अभिजीत शामिल हैं.हाइकोर्ट में क्या कहा था निगम ने
पूर्व की सुनवाई के दौरान नगर निगम की ओर से हाइकोर्ट को बताया गया था कि राजधानी रांची की 710 बहुमंजिली इमारतों में से 648 बहुमंजिली इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण किया गया है. इस पर हाइकोर्ट ने पूछा था कि जिन बहुमंजिली इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बना है, वह मेंटेन में है या नहीं. इसलिए इसका भौतिक सत्यापन किया जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है