IRCTC/Indian Railways News, Jharkhand News, रांची न्यूज : रांची से नामकुम और नामकुम से टाटीसिलवे रेलवे स्टेशन के बीच रविवार को कुल आठ ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम लगाये गये. रांची रेल मंडल में पहली बार लगाये गये इस सिग्नलिंग सिस्टम की कीमत करीब आठ करोड़ रुपये बतायी जा रही है. एडीआरएम (परिचालन) एमएम पंडित ने बताया कि पहले एक समय में एक ट्रैक पर दो ट्रेनों का ही परिचालन किया जा सकता था, जबकि इस सिस्टम की मदद से एक समय में एक ट्रैक पर छह ट्रेनें चल सकती हैं. ट्रेनें सुरक्षित एवं तेज गति से चल पायेंगी. इसमें दुर्घटनाओं की आशंका नहीं के बराबर रहेगी.
श्री पंडित ने बताया कि रांची-नामकुम के बीच दोनों दिशाओं में एक-एक सिग्नल और नामकुम-टाटीसिलवे के बीच दोनों दिशाओं में तीन-तीन ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम लगाये गये हैं. इस सिस्टम से ट्रेन के पायलट को रलवे ट्रैक पर आगे की स्थिति की जानकारी दी जाती है. इस प्रणाली में पूरे रेलवे ट्रैक पर ‘ट्रैक सर्किट’ या ‘मल्टी सेक्शन डिजिटल एक्सेल काउंटर’ लगाया जाता है. वहीं, दो स्टेशनों के बीच के रेलवे ट्रैक को विभिन्न सेक्शनों में बांटा जाता है. इस सिग्नलिंग प्रणाली के साथ-साथ चार नयी गुमटी भी बनायी गयी है, जिनमें डाटा लॉगर लगाये गये हैं. इनके जरिये ट्रेनों की वर्तमान स्थिति की जानकारी मिल सकेगी.
एडीआरएम (परिचालन) एमएम पंडित ने बताया कि दक्षिण-पूर्व रेलवे के चार सेक्शनों खड़कपुर-टिकियापाड़ा, टाटानगर-राजखरसावां, गम्हरिया-विराजपुर और कांड्रा-चांडिल सेक्शन में ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम पहले से काम कर रहा है. इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक सह सीपीआरओ नीरज कुमार, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता एस उरांव, मंडल विद्युत अभियंता परिचालन दीपांजल सरकार, सहायक परिचालन प्रबंधक विभूति नारायण शर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra