कोरोना के कारण बंद पड़ी झारखंड से खुलने वाली ये 20 ट्रेन फिर से चलेंगी, रांची रेल डिवीजन ने भेजी सूची
Jharkhand Railway News : कोरोना के कारण पिछले 1 साल से जो ट्रेनें बंद पड़ी है उनको फिर शुरू करने की योजना बनाई जा रही है. इसके 20 ट्रेनों की सूची रांची रेल डिवीजन मुख्यालय को भेज दी गयी है. जिसमें से 12 मेल/एक्सप्रेस ट्रेन है, जबकि आठ पैसेंजर ट्रेन है.
jharkhand train news, Ranchi News रांची न्यूज़ : कोरोना संक्रमण के कारण पिछले एक वर्ष से अधिक समय से बंद 20 ट्रेनें जल्द चलेंगी. इस संबंध में रेलवे के अधिकारी ने बताया कि दूसरी लहर के दौरान रांची रेल मंडल से खुलने वाली ट्रेनों की संख्या करीब 33 थी, लेकिन अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने पर ट्रेनों की संख्या 46 हो गयी है. रांची रेल मंडल अंतर्गत कुल 66 जोड़ी ट्रेनें चलती है. कोरोना की धीमी लहर को देखते हुए ही रांची रेल डिवीजन ने ट्रेनों की सूची मुख्यालय को भेजी है.
वर्तमान में जो 20 ट्रेनें नहीं चल रही है, उसमें 12 मेल/एक्सप्रेस ट्रेन है, जबकि आठ पैसेंजर ट्रेन है. इनमें से कई ट्रेनें हटिया और रांची स्टेशन से ही खुलती हैं. वहीं कुछ ट्रेनें दूसरे रेल डिवीजन से खुलकर रांची डिवीजन होकर गुजरती है. वहीं पैसेंजर एसोसिएशन ने कोरोना की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने पर ट्रेनों के परिचालन की मांग रेल प्रबंधन से की है.
मेल/ एक्सप्रेस ट्रेन, जो नहीं चल रही
ट्रेन संख्या 12831/12832 (धनबाद-भुवनेश्वर एक्सप्रेस), ट्रेन संख्या 03303/03304 (रांची-देवघर-रांची इंटरसिटी), 18009/18010 (संतरागाछी-अजमेर साप्ताहिक एक्सप्रेस), ट्रेन संख्या 18101/18102 (टाटा-जम्मूतवी एक्सप्रेस), ट्रेन संख्या 18113/18114 (रांची-टाटा इंटरसिटी), 18603/18604 (रांची-भागलपुर वाया कियूल), 18611/18612 (रांची-बनारस इंटरसिटी), 18613/18614 (रांची-चौपन एक्सप्रेस), 18622/18621 (हटिया-पटना पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस), 18628/18627 (रांची-हावड़ा इंटरसिटी), 18631/18632 (रांची-अजमेर एक्सप्रेस), 18634/18633 (रांची-पटना एक्सप्रेस).
ट्रेनें नहीं चल रहीं:
58023/58024 (टाटा-बरकाकाना एक्सप्रेस), 58026 /58025 (हटिया-खड़गपुर पैसेंजर), 58033/58034 (बोकारो स्टील सिटी-रांची पैसेंजर ट्रेन), 58663/58664 (हटिया-सांकी पैसेंजर), 63503/ 63504 (हटिया-बर्द्धमान मेमू पैसेंजर), 68041/68042 (आद्रा-बरकाकाना मेमू पैसेंजर), 68161 /68162 (हटिया-झाड़सुगुड़ा पैसेंजर).
Posted by : Sameer Oraon