रिम्स के डॉक्टर ने बनाया फेस शील्ड, 10 से 12 रुपये के खर्च में एक बनेगा
खुले हाथ और चेहरे के जरिये कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है.
रांची : खुले हाथ और चेहरे के जरिये कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है. रिम्स के डॉक्टर मास्क लगाने के बावजूद पूरे चेहरे के बचाव को लेकर काफी चिंतित थे. क्योंकि, फेस शील्ड नहीं होने के कारण डॉक्टरों को यह उपलब्ध नहीं कराया जा रहा था. इस समस्या को देखत हुए रिम्स के सर्जन डॉ निशीत एक्का ने अपने स्तर से एक फेस शील्ड का डिजाइन तैयार किया. डॉ एक्का कोराेना के लिए बनाये गये रिम्स के टास्क फोर्स का हिस्सा हैं. डॉ एक्का के अनुसार, इस फेस शील्ड को मात्र 10 से 12 रुपये के खर्च में तैयार किया जा सकता है.
इसे तैयार करने में स्पंज, कपड़े और 50 एमएम के प्लास्टिक का उपयोग किया गया है. डॉ एक्का ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज करते समय कई बार वह खांसता व छींकता है. मास्क पहनने से मुंह व नाक तो बचते हैं, लेकिन चेहरे का शेष भाग खुला रहता है. इससे संक्रमण का खतरा रहता है. फेस शील्ड से पूरे चेहरे का बचाव होगा. फिलहाल प्रस्तावित फेस शील्ड के दो मॉडल तैयार किये गये हैं. दो-तीन दिन में 50 फेस शील्ड तैयार कर लिये जायेंगे और जल्द ही इसके 200 पीस तैयार कर लिये जायेगे. ये फेस शील्ड कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज करनेवाले फ्रंट लाइन के डॉक्टरों को दिये जायेंगे.