आयकर विभाग द्वारा जारी सर्वे के दौरान कोयला व्यापारी के ठिकानों से पावर प्लांटों को सप्लाई किये जानेवाले 22000 एमटी कोयले का स्टॉक मिला है. कोयला व्यापारी ने पावर प्लांटों को इस कोयले की आपूर्ति नहीं की थी. सीएमपीडीआइ के अधिकारियों ने इस व्यापारी के ठिकानों से मिले कोयले का मूल्य 23.75 करोड़ रुपये आंका है. कोयला व्यापारी ने अपने पास 4.50 करोड़ रुपये की अघोषित आमदनी होने की बात स्वीकार कर ली है.
साथ ही 1.50 करोड़ रुपये टैक्स देने पर सहमति दी है. आयकर विभाग ने 20 मार्च को मेसर्स अग्रिति मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड के रांची और कुजू स्थित ठिकानों पर सर्वे शुरू किया था. सर्वे के दौरान कुजू स्थित ठिकानों से भारी मात्र में कोयले का स्टॉक पाया गया.
इसका लेखा-जोखा कंपनी के स्टॉक रजिस्टर में दर्ज ब्योरे से ज्यादा था. कोयले के स्टॉक का सही-सही आकलन और मूल्यांकन के लिए सीएमपीडीआइ के अधिकारियों को बुलाया गया. अधिकारियों जांच के दौरान पाया कि कंपनी के कुजू स्थित ठिकानों पर 24139 घन मीटर कोयले का अधिक स्टॉक है. कोयले का वजन 22000 एमटी होने का अनुमान है. सीएमपीडीआइ के अधिकारियों के कोयले का मूल्य 23.75 करोड़ रुपये आंका है. जांच में पाया गया कि कोयला व्यापारी को यह कोयला मैथन पावर लिमिटेड और कोडरमा थर्मल पावर लिमिटेड को सप्लाई करने के लिए दिया गया था.