रांची : कोविड संक्रमण के कारण राज्य में 31 जनवरी तक विद्यालय बंद हैं. ऐसे में अब कोरोना के कारण मैट्रिक-इंटर की परीक्षा दो के बदले एक चरण में लेने पर विचार हो रहा है. वहीं, मैट्रिक-इंटर समेत वर्ष 2022 की अन्य बोर्ड परीक्षाओं के प्रारूप में बदलाव हो सकता है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.
जैक अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो और उपाध्यक्ष डॉ विनोद सिंह ने सोमवार को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा से मुलाकात की और परीक्षा की तैयारी को लेकर विचार-विमर्श किया. परीक्षाओं के प्रारूप में बदलाव को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग जल्द ही जैक को विस्तृत दिशा-निर्देश उपलब्ध करायेगा. इसके बाद जैक परीक्षा की तैयारी शुरू करेगा.
मैट्रिक-इंटर समेत अन्य बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षा विभाग ने सितंबर में दिशानिर्देश जारी किया था. इसके अनुरूप मैट्रिक, इंटर, कक्षा नौवीं व 11 वीं की बोर्ड परीक्षा दो चरण में लेने की बात कही गयी थी. मैट्रिक-इंटर की प्रथम चरण की परीक्षा दिसंबर व दूसरे चरण की परीक्षा मार्च में होनी थी, लेकिन दिसंबर में होनेवाली प्रथम चरण की परीक्षा नहीं हो पायी. कोविड-19 के कारण जनवरी में विद्यालय बंद हो गया.
परीक्षा को लेकर सितंबर में जारी दिशानिर्देश को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा वापस लिया जा सकता है. परीक्षा को लेकर नये सिरे से पत्र जारी किया जाएगा. अब परीक्षा एक टर्म में लेने की तैयारी है. परीक्षा गृह केंद्रों पर अप्रैल में ली जा सकती है.
एक टर्म में परीक्षा होने पर पूरी सिलेबस के आधार पर परीक्षा ली जा सकती है. पूर्व में विभाग ने सिलेबस में 25% की कटौती की थी. इस कारण 75% सिलेबस को पूर्ण मानते हुए परीक्षा ली जायेगी. पहले दो चरण की परीक्षा के लिए सिलेबस को दो भाग में बांटा गया था. अब नये सिरे से मॉडल प्रश्न पत्र जारी किया जाएगा.
Posted by : Sameer Oraon