JAC मैट्रिक और इंटर के परीक्षा केंद्र बढ़े, 7 लाख से ज्यादा विद्यार्थी होंगे शामिल, जानें लेटेस्ट अपडेट
झारखंड के गठन के बाद पहली बार राज्य में इस बार 1900 से ज्यादा केंद्र बनाये गये हैं. जबकि दोनों परीक्षाओं में सात लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. मैट्रिक का परीक्षा केंद्र प्रखंड स्तर पर बनाया गया है
रांची : झारखंड में 24 मार्च से मैट्रिक और इंटर की परीक्षा शुरू होगी. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. इस वर्ष राज्य गठन के बाद सबसे अधिक परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. राज्य में अब तक मैट्रिक-इंटर मिलाकर 1300 से लेकर 1350 परीक्षा केंद्र बनाये जाते थे, लेकिन इस वर्ष 1900 से अधिक केंद्र बनाये गये हैं.
मैट्रिक परीक्षा के लिए 1256 और इंटर परीक्षा के लिए 689 केंद्र बनाये गये हैं. पूर्व के वर्षों की तुलना में इस वर्ष लगभग 600 परीक्षा केंद्र अधिक बनाये गये हैं. मैट्रिक का परीक्षा केंद्र प्रखंड स्तर पर बनाया गया है, जबकि इंटर का परीक्षा केंद्र अनुमंडल स्तर पर भी बनाया गया है.
सात लाख विद्यार्थी होंगे शामिल :
दोनों परीक्षाओं में सात लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. मैट्रिक की परीक्षा में लगभग चार लाख व इंटर की परीक्षा में लगभग तीन लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. मैट्रिक व इंटर के दोनों टर्म की परीक्षा एक साथ ली जायेगी. पहली परीक्षा ओएमआर शीट पर और दूसरे टर्म की उत्तरपुस्तिका पर ली जायेगी. कोविड 19 के कारण परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ायी गयी है.
पांच मिनट का मिलेगा समय :
दोनों टर्म की परीक्षा के बीच में प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिका वितरण के लिए पांच मिनट का समय निर्धारित किया गया है. मैट्रिक के प्रथम टर्म की परीक्षा 11.20 में समाप्त होगी, जबकि दूसरे टर्म की परीक्षा 11.25 बजे शुरू होगी. वहीं इंटर के प्रथम टर्म की परीक्षा 3.35 में समाप्त होगी व दूसरे टर्म की परीक्षा 3.40 में शुरू होगी. परीक्षार्थियों को पूर्व की भांति प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जायेगा. अतिरिक्त समय को दोनों टर्म की परीक्षा के लिए बांट कर दिया जायेगा.
आज से परीक्षा सामग्री का वितरण
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली है. परीक्षा सामग्री जिलों को भेज दी गयी है. स्कूल और कॉलेज 21 मार्च से रोल शीट , उपस्थिति पत्रांक, ओएमआर शीट व परीक्षा संबंधित अन्य सामग्री का संबंधित जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं.
मूल्यांकन में कॉपियों की संख्या बढ़ेगी
ओएमआर शीट की जांच कंप्यूटराइज होगी, जबकि उत्तरपुस्तिका की जांच पूर्व की भांति शिक्षकों द्वारा की जायेगी. इस वर्ष उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन में कॉपियों की संख्या बढ़ायी जायेगी. इस वर्ष आधे अंकों की परीक्षा ओएमआर शीट पर ली गयी है, ऐसे में परीक्षक पूर्व की तुलना में आधे अंक की ही कॉपी जांच करेंगे. इस कारण एक दिन में एक परीक्षक द्वारा जितनी कॉपियों की जांच की जाती थी , उसकी संख्या दोगुनी की जा सकती है.
Posted By: Sameer Oraon