रांची: झारखंड एकेडमी काउंसिल (जैक) दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षा और इसके माध्यमों को सुविधाजनक बनाने के प्रयास में जुटा हुआ है. दिव्यांगता के लिए नियम उदार किये गये हैं. अगले सत्र से 10वीं के दिव्यांग बच्चों का परीक्षा शुल्क नहीं लिया जायेगा.
वहीं, ऐसे ही 42 बिंदुओं को चिह्नित कर उन्हें सुविधाएं प्रदान की जायेंगी. उक्त बातें जैक के सचिव महीप कुमार सिंह ने प्राचार्यों के साथ परिचर्चा के दौरान कही. वह शनिवार को ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव, जिला स्कूल में वार्षिक, माध्यमिक और इंटरमीडिएट परीक्षा-2022 की तैयारियों के संबंध में अपनी योजनाओं पर चर्चा कर रहे थे.
श्री सिंह ने कहा कि अब 10वीं के दिव्यांग छात्रों को पंजीकरण और परीक्षा शुल्क में छूट के साथ परीक्षा में भी विशेष सहूलियतें दी जायेंगी. बोर्ड ने विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 2016 को पूरी तरह लागू करते हुए नियमावली में कई सुधार किये हैं. श्री सिंह ने बताया कि मैट्रिक और इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा मार्च के अंतिम सप्ताह में लेने की तैयारी है.
परीक्षा समिति की बैठक एक-दो दिन में होगी, जिसके बाद स्थिति काफी हद तक साफ हो जायेगी. दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उप-निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने कहा कि साल 19-20 में वर्कशॉप हुआ था. कोरोना महामारी के कारण एक बड़ा अंतराल हो गया है. इस लिहाज से इस तरह का वर्कशॉप से परीक्षा के बेहतर संचालन व कॉपियों के मूल्यांकन में मददगार साबित होगी.
2021 में कोरोना महामारी के चलते जैक मैट्रिक और इंटर की परीक्षा रद्द कर दी गयी थी. इसके बाद इंटरनल एसेस्मेंट के जरिये परीक्षार्थियों को पास कराया गया था. इस बार परीक्षा पैटर्न में थोड़ा बदलाव करते हुए नये सिलेबस पैटर्न के तहत परीक्षाएं आयोजित हो रही हैं. 1:30 घंटे की ऑब्जेक्टिव और 1.30 सब्जेक्टिव परीक्षा होगी.
जैक मैट्रिक और इंटर की परीक्षा के लिए अब नये सिरे से प्रश्न पत्र तैयार किया जा रहा है. ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का मॉडल प्रश्न पत्र और सब्जेक्टिव प्रश्नों का भी मॉडल प्रश्न पत्र को अच्छे से तैयारी कराने को कहा गया है. शिक्षकों को नये रूप में प्रश्न पत्र के आधार पर मूल्यांकन करने का निर्देश दिया गया है.
Posted by : Sameer Oraon