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कोरोना काल का असर, झारखंड के 221 निजी स्कूल हो गये बंद, नामांकन में भी आयी भारी कमी

स्कूलों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार 2019 की तुलना में 2020 में स्कूलों में नामांकन में 2.25 लाख की कमी आयी है. 421 स्कूलों ने बताया कि उनके यहां एक भी विद्यार्थी नामांकित नहीं हुआ. स्कूलों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार राज्य में कुल 113 ऐसे विद्यालय हैं, जहां न तो एक विद्यार्थी है और न ही शिक्षक. इसके अलावा 127 विद्यालयों में विद्यार्थी तो हैं, पर शिक्षक नहीं हैं. जिन स्कूलों द्वारा अब तक कोई जानकारी नहीं दी गयी है, उन स्कूलों के भी बंद हो जाने की अंदेशा है. राज्य के 3102 स्कूल ऐसे हैं, जहां बच्चों की संख्या में 50 या उससे अधिक की कमी आयी है. सभी जिलों को इन स्कूलों की भी जानकारी दी गयी है. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने सभी जिलों को पत्र लिखकर विद्यालयों के बारे में फाइनल रिपोर्ट देने को कहा है.

By Sameer Oraon | July 10, 2021 9:03 AM
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JAC Board School In Jharkhand रांची : कोविड-19 संक्रमण का असर स्कूलों में नामांकन से लेकर शिक्षकों पर भी पड़ा है. स्थिति चिंताजनक है. राज्य में जैक से संबद्ध सरकारी व निजी 45,461 स्कूल संचालित हैं. इनमें से 221 निजी स्कूल बंद हो गये. इसका खुलासा वर्ष 2020-21 के लिए स्कूलों से शिक्षा विभाग द्वारा मांगी गयी यू डायस रिपोर्ट से हुआ है. इसमें 221 निजी स्कूलों ने कोई जानकारी नहीं दी. इस बाबत अधिकारियों ने कहा है कि ये स्कूल बंद हो गये हैं, इसलिए इनकी कोई रिपोर्ट नहीं आयी.

नामांकन में 2.25 लाख की आयी कमी

स्कूलों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार 2019 की तुलना में 2020 में स्कूलों में नामांकन में 2.25 लाख की कमी आयी है. 421 स्कूलों ने बताया कि उनके यहां एक भी विद्यार्थी नामांकित नहीं हुआ. स्कूलों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार राज्य में कुल 113 ऐसे विद्यालय हैं, जहां न तो एक विद्यार्थी है और न ही शिक्षक. इसके अलावा 127 विद्यालयों में विद्यार्थी तो हैं, पर शिक्षक नहीं हैं. जिन स्कूलों द्वारा अब तक कोई जानकारी नहीं दी गयी है, उन स्कूलों के भी बंद हो जाने की अंदेशा है. राज्य के 3102 स्कूल ऐसे हैं, जहां बच्चों की संख्या में 50 या उससे अधिक की कमी आयी है. सभी जिलों को इन स्कूलों की भी जानकारी दी गयी है. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने सभी जिलों को पत्र लिखकर विद्यालयों के बारे में फाइनल रिपोर्ट देने को कहा है.

स्कूलों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार 2019 की तुलना में 2020 में स्कूलों में नामांकन में 2.25 लाख की कमी आयी है. 421 स्कूलों ने बताया कि उनके यहां एक भी विद्यार्थी नामांकित नहीं हुआ. स्कूलों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार राज्य में कुल 113 ऐसे विद्यालय हैं, जहां न तो एक विद्यार्थी है और न ही शिक्षक. इसके अलावा 127 विद्यालयों में विद्यार्थी तो हैं, पर शिक्षक नहीं हैं.

जिन स्कूलों द्वारा अब तक कोई जानकारी नहीं दी गयी है, उन स्कूलों के भी बंद हो जाने की अंदेशा है. राज्य के 3102 स्कूल ऐसे हैं, जहां बच्चों की संख्या में 50 या उससे अधिक की कमी आयी है. सभी जिलों को इन स्कूलों की भी जानकारी दी गयी है. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने सभी जिलों को पत्र लिखकर विद्यालयों के बारे में फाइनल रिपोर्ट देने को कहा है.

रांची में नामांकन में सबसे अधिक कमी :

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा जिलों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि नामांकन में सबसे अधिक कमी रांची जिले में आयी है. रांची जिला में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में 48955 की कमी आयी है. यह जिला में कुल नामांकन का छह फीसदी है.

जिला स्कूल

चतरा 40

पलामू 40

रांची 36

हजारीबाग 26

दुमका 23

धनबाद 19

जिला स्कूल

बोकारो 09

गिरिडीह 08

जामताड़ा 06

साहेबगंज 06

पाकुड़ 05

कोडरमा 03

रांची में ही 36 निजी स्कूलों के बंद होने की बात आयी सामने

रांची में 36 निजी विद्यालयों के बंद होने की सूचना है. जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से 30 स्कूलों ने यू डायस नंबर वापस लेने का आग्रह किया है. स्कूलों का संचालन फिलहाल नहीं हो रहा है. इसके अलावा अन्य जिलों में भी स्कूलों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को विद्यालय संचालन नहीं करने की जानकारी दी है. ज्ञात हो कि बंद हुए इन स्कूलों का संचालन वर्ष 2020 के पूर्व हो रहा था.

Posted By : Sameer Oraon

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