JAC Inter Result में गड़बड़ियां, अपनी ही गाइडलाइन का नहीं किया पालन, 20 अंक के नन प्रैक्टिकल में दिये 49 नंबर
jac jharkhand 12th result 2021 : इंटर के तीनों संकाय की परीक्षा में जिले से इस बार रिकॉर्ड रिजल्ट हुआ है. आर्ट्स में इस वर्ष 90.74 प्रतिशत, कॉमर्स में 91.19 प्रतिशत और साइंस में 87.22 प्रतिशत छात्र सफल हुए हैं. तीनों संकाय में करीब 25 हजार छात्र परीक्षा में सम्मिलित हुए थे.
Jac board 12th result 2021 रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा 30 जुलाई को जारी इंटर के तीनों संकाय के रिजल्ट में कई गड़बड़ियां सामने आयी हैं. कई विद्यार्थियों के रिजल्ट में नन प्रैक्टिकल विषयों के 20 अंक के आंतरिक मूल्यांकन में 49 नंबर दिये गये हैं. ऐसे विषयों के लिये भी अंक दिये गये हैं, जिनकी पढ़ाई ही नहीं होती है. ऐसे ही एक मामले में एक छात्र को एचइएल (विषय कोड) के लिए अंक दिये गये हैं, जबकि इस कोड से संबंधित कोई विषय ही नहीं है. अब इन विसंगतियों के कारण फेल होनेवाले छात्र सड़कों पर उतर कर फिर से मूल्यांकन की मांग कर रहे हैं. छात्रों का आरोप है कि जैक ने खुद की गाइडलाइन के अनुसार अंक नहीं दिये. इस वजह से वे फेल हो गये.
ढाई हजार विद्यार्थी फेल हुए
इंटर के तीनों संकाय की परीक्षा में जिले से इस बार रिकॉर्ड रिजल्ट हुआ है. आर्ट्स में इस वर्ष 90.74 प्रतिशत, कॉमर्स में 91.19 प्रतिशत और साइंस में 87.22 प्रतिशत छात्र सफल हुए हैं. तीनों संकाय में करीब 25 हजार छात्र परीक्षा में सम्मिलित हुए थे. इनमें से करीब ढाई हजार छात्र फेल हुए हैं.
और भी हैं विसंगतियां
एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की आइए में फेल होने वाली एक छात्रा को आंतरिक मूल्यांकन में 20 में 14 अंक दिये गये थे. 11वीं में उसका 60 प्रतिशत अंक था, लेकिन इंटर में उसे फेल बता दिया गया है. एसएसएलएनटी की ही आइएससी की छात्रा को 11वीं में 65 प्रतिशत अंक मिले थे. 12वीं के प्रैक्टिकल में भी उसे 70 प्रतिशत अंक कॉलेज ने दिया था. इसके बावजूद उसे फेल कर दिया गया. फेल होने वाली छात्राओं के ऐसे रिजल्ट से कॉलेज भी हैरान है.
समन्वय समिति का स्वरूप
12 वीं के आंतरिक आकलन के लिए स्कूल या कालेज स्तर पर चार सदस्यीय कमेटी बनायी गयी थी. कमेटी में संबंधित संस्थान के प्रधानाध्यापक/ प्राचार्य, एक वरीय शिक्षक, जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा नामित निकटतम स्कूल या कॉलेज के एक शिक्षक व जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा नामित एक पर्यवेक्षक शामिल थे. प्राचार्य इस कमेटी के अध्यक्ष थे.
क्या थी जैक की गाइडलाइन :
नन प्रैक्टिकल विषयों में 20 अंकों का आंतरिक आकलन तथा प्रैक्टिकल विषय में 30 अंकों का मूल्यांकन करना था. ये अंक स्कूल-कॉलेजों को देने थे. 12वीं के आकलन में 11वीं का परीक्षाफल तथा 12वीं के आंतरिक व प्रैक्टिकल अंक को शामिल कर परीक्षाफल देना था. 11वीं में सभी विषयों का पूर्णांक 50 था.
इनमें 40 अंक 11 वीं की परीक्षा तथा 10 अंक संस्थानों के आंतरिक आकलन का था. 12 वीं के परिणाम में 11वीं के आंतरिक आकलन (10 अंक) को निकालकर पूर्णांक 40 से ही प्राप्तांक लेना था. इस प्राप्तांक में 12वीं में संस्थान द्वारा नन प्रैक्टिकल विषय में दिये गये आंतरिक (20 अंक) या प्रैक्टिकल (30 अंक) को जोड़ना था.
यह है ढांचा
11वीं का परिणाम : 50 = 40(परीक्षा का पूर्णांक)+10 (आंतरिक आकलन का अंक)
12 वीं का परिणाम : 100=11वीं के 40 में प्राप्त अंक का भार (वेटेज) + संस्थान से प्रेषित अंक (प्रैक्टिकल/नॉन प्रैक्टिकल). परीक्षा परिणाम में इसी वेटेज में विसंगति की शिकायतें मिल रही हैं. इसके अलावा कहीं-कहीं प्रैक्टिकल विषय में पूर्णांक से भी अधिक अंक दे दिये गये हैं.
जैक द्वारा मूल्यांकन के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार इन छात्राओं को फेल नहीं होना चाहिए था. इसलिए ऐसी सभी छात्राओं से लिखित शिकायत ली जा रही है. इसे जैक के समक्ष रखा जाएगा.
डॉ शर्मिला रानी, प्राचार्य, एसएसएलएनटी
छात्रों की शिकायत को जैक तक पहुंचा दिया जा रहा है. इस संबंध में जैक द्वारा ही उचित निर्णय लिया जा सकता है.
प्रबला खेस, डीइओ धनबाद
Posted By : Sameer Oraon